फ़िल्म अभिनेता, निर्माता और निर्देशक शशि कपूर का निधन
मुंबई
जाने-माने फ़िल्म अभिनेता, निर्माता और निर्देशक शशि कपूर इस दुनिया को अलबिदा कह दिया है. वह 79 बरस के थे. बीते कुछ समय से वे किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे. मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में सोमवार शाम पांच बजकर 20 मिनट पर उनका निधन हुआ.
दादा साहब फाल्के पुरस्कार विजेता अपनी खास मुस्कान के लिए अपने चाहने वालों के बीच मशहूर थे. उनके निधन का समाचार मिलते ही उनके भतीजे ऋषि कपूर दिल्ली में अपनी फिल्म की शूटिंग छोड़ मुंबई रवाना हो गए हैं।
18 मार्च 1938 को कोलकाता में जन्मे शशि कपूर मशहूर अभिनेता पृथ्वीराज कपूर के शम्मी कपूर और राज कपूर के बाद तीसरे बेटे थे।
शशि कपूर के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी समेत तमाम राजनीतिक व फिल्मी हस्तियों ने शोक व्यक्त किया है और शोक संतप्त परिवार व उनके चाहने वालों के प्रति समवेदना प्रकट की है।
सत्तर और अस्सी के दशक में उन्हें बड़े पर्दे पर रोमांस के स्क्रीन आयकन के तौर पर देखा जाता था. उन्होंने कई हिंदी और अंग्रेज़ी फिल्मों में काम किया था. हालांकि शशि कपूर फ़िल्म उद्योग में लंबे समय सक्रिय नहीं थे. लेकिन जब जब फूल खिले (1965), वक्त (1964), अभिनेत्री (1970), दीवार (1975), त्रिशूल (1978), हसीना मान जाएगी (1968) जैसी फ़िल्में आज भी पसंद के साथ देखी जाती हैं.
बतौर निर्माता भी शशि कपूर ने बॉलीवुड की कुछ बेहतरीन फ़िल्मों का निर्माण किया था. इनमें जुनून (1978), कलियुग (1980), 36 चौरंगी लेन (1981), विजेता (1982), उत्सव (1984) जैसी फिल्मों का नाम लिया जाता है.