एक शहर जहां चमगादड़ों के आतंक से लोग घरों में हैं क़ैद
वेब डेस्क
बेटमेनस बे ऑस्ट्रेलियाई राज्य न्यू साउथ वेल्स में स्थित है। इस शहर में इन दिनों आतंक का राज है। आप को जान कर हैरत होगी कि यह आतंक कोई आतंकी संगठन ने नहीं बल्कि चमगादड़ों मचा रखा है I चमगादड़ों के आतंक से यहाँ के निवासी घरों में क़ैद हो कर रहने को मजबूर हो गए हैं। दरअसल बेटमेनस बे में लाखों चमगादड़ों ने हल्ला बोल दिया है ! शहर के पेड़, बिजली के तार, घरों के दरवाजे, खिड़कियां, बगीचों में हर तरफ चमगादड़ें लटकी हुई नज़र आती हैं। सरकार भी चमगादड़ों के इस हमले से लोगों को कैसे निजात दिलवाए उस पर विचार कर रही है लेकिन अब तक कोई ठोस क़दम नहीं उठाया गया है I
एक अनुमान के अनुसार चमगादड़ की संख्या लाखों में है, तब ही पूरा कस्बा चमगादड़ों से ढका नज़र आता है है। जरा कल्पना कीजिए कि अगर आप के घर या कमरे के बाहर हर तरफ चमगादड़ें शोर मचाती हुई उड़ती फिर रही हूँ तो क्या हालत होगी ? बेशक आप अपने कमरे से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं करेंगे । बेटमेनस के निवासी भी अपने घरों में कैदी बनकर रह गए हैं क्योंकि दरवाजे, खिड़कियां खोलते ही चमगादड़ का झुंड अंदर घुस आता है।۔‘‘
डेनियल स्मिथ इसी कस्बे के निवासी हैं । उन्हों ने एक स्थानीय दैनिक के कार्यालय में फोन करके स्थिति का वर्णन करते हुए कहा ” यहां हर तरफ चमगादड़ें हैं। न तो कमरे की खिड़कियां खोल सकता हूँ और न ही किसी काम से बाहर निकल सकते हैं। पढ़ाई करना भी संभव नहीं रहा क्योंकि चमगादड़ों की शोर से कान पड़ी आवाज भी सुनाई नहीं सेती है । ऐसे में पढ़ाई कैसे हो सकती है। ऐसा लगता है जैसे इन चमगादड़ों ने शहर के इस पूरे इलाके को बंधक बना लिया है। ”
बेटमेनस बे में चमगादड़ें पहले भी हमलावर होती रही हैं, लेकिन उनकी संख्या सीमित होती थी जिससे स्थानीय निवासियों के दिनचर्या प्रभावित नहीं होते थे। यह पहला मौका है कि चमगादड़ों ने इतनी बड़ी संख्या में शहर पर हमला बोला है । बेटमेनस बे के आस पास चमगादड़ की आबादी मौजूद है यही कारण है कि यहां उनकी देखभाल और उनसे संबंधित सभी मामलों से निपटने के लिए नियमित टास्क फोर्स मौजूद है। फ्लाइंग फॉक्स टास्क फोर्स के अधिकारी के अनुसार चमगादड़ें अविश्वसनीय संख्या में शहर में हर तरफ फैली हुई हैं और उन्होंने लोगों को घरों में कैद होने पर मजबूर कर दिया है।
बेटमेनस बे पर हल्ला बोलने वाली चमगादड़ पीढ़ी लुप्त हो रहे पशुओं की सूची में शामिल है इसी लिए टास्क फोर्स के अधिकारी उन्हें मार भी नहीं सकते। वह उन्हें धुएं और शोरगुल के माध्यम भगाने के तरीकों पर विचार कर रहे हैं। एक और तरीका जो अभे शुरू कर दिया गया है वे पेड़ों की कटाई है जिनकी शाखाएं उलटी लटकी हुई चमगादड़ों से भरी हुई हैं। अधिकारियों का मानना है कि पेड़ कट जाने के बाद चमगादड़ें भागने को मजबूर हो जाएंगी।
दूसरी ओर पशुओं की सुरक्षा के लिए काम करने वाली संस्था जोर दे रहे हैं कि चमगादड़ से निजात पाने के मामले में धैर्य से काम लिया जाए और कोई ऐसा कदम न उठाया जाए जो उनके लिए हानिकारक साबित हो।