
असम
लादेन शब्द सुनते ही हर किसी के ज़ेहन में आतंकी ओसामा बिन लादेन की तस्वीर उभर आती है. लेकिन हम यहाँ एक दुसरे लादेन के बारे में बताने जा रहे हैं जिस ने असम के गोवालपाड़ा जिले में अपने आतंक से लोगों का दिन का चैन और रात की नींद हराम कर रखी है. उस के नाम का खौफ इतना है की लोग रातों को अपने घरों के अन्दर सोने के बजाए इस कड़कड़ाती ठंड में गाँव के बाहर पहरा देते हैं कि कहीं लादेन न आ जाए और किसी को अपना शिकार न बना ले.
असम के गोवालपाड़ा जिले में सक्रीय ये लादेन कोइ आतंकवादी नहीं, बल्कि एक पागल हाथी है. गाँव वालों की माने तो असम के गोवालपाड़ा में इस पागल हाथी ने अब तक 30 लोगों की जान ले चुका है. इसी लिए इस पागल हाथी को इलाके के लोग ‘लादेन’ कहकर बुलाते हैं.
गोवालपाड़ा ज़िले के दुधनोई इलाके में ‘लादेन’ ने पिछले कुछ महीनों में कई लोगों की जान ले चुका है तो कई लोगों के घरों को तहस नहस कर दिया है. उस के अलावा सैकड़ों एकड़ फसलों को भारी नुकसान पहुँचाया है. इस पागल हाथी को पटाखों और आग का भी खौफ नहीं है.
इलाके के लोगों का कहना है कि इस पागल हाथी का इतना आतंक है कि वन विभाग के लोग भी इससे डरने लगे हैं लोगों की मदद करने से कतरा रहे हैं. हर बार जब किसी व्यक्ति की जान जाती है तो वन विभाग के लोग झूठा आश्वासन देते हैं कि जल्द ही ‘लादेन’ पर शिकंजा कस लिया जाएगा, लेकिन वह अब तक आज़ाद घूम रहा है.
उधर वन विभाग के कर्मचारी भी कहते हैं, ‘लादेन’ को काबू करना वाकई बहुत मुश्किल है, इस कोशिश में कई लोगों ने अपनी जान गवां दी है.”
स्थानीय निवासी अरुण राय बताता है कि “मेरे पिता घर पर ही थे कि तभी ‘लादेन’ हमारे इलाके में आया और सबकुछ तबाह कर दिया. उसने पिताजी को घर के बाहर खींचा और उन्हें कुचल दिया. ‘लादेन’ ने गांव के कई लोगों की जान ली है, वो कल भी आया था और तबाही मचाई थी. अब स्थिति बहुत डरावनी है.” . लोगों को इंतज़ार है कि कब इस लादेन को काबू किया जाएगा .