चीनी सेना पर कड़ी नज़र- स्नो स्कूटर से गश्त लगाएंगे ITBP के जवान
नई दिल्ली
भारत-चीन सीमा पर आईटीबीपी के जवान अब बर्फ पर चलने वाले स्नो स्कूटर से गश्त करेंगे और चीनी सेना पर कड़ी नज़र रखेंगे तथा सीमा की निगरानी करेंगेI इस तरह के स्कूटर आमतौर पर बफीर्ले पर्यटन स्थलों पर एडवेंचर प्रेमियों के लिए इस्तेमाल में लाये जाते हैं।
अब इन स्नो स्कूटरों को लद्दाख, उत्तराखंड और सिक्किम में अत्यंत ऊंचाई वाले सीमा ठिकानों पर तैनात किया गया है। इससे सीमा की दूसरी तरफ चीनी सेना की तैनाती पर नजर रखी जा सकेगी। अमेरिका की एक कंपनी से प्राप्त ये पांच शक्तिशाली स्कूटर लददाख, उत्तराखंड और सिक्किम में उंचे स्थानों पर सीमा पर ले जाये गये है जहां भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) तैनात रहती है।
अधिकारियों ने बताया कि एक करोड़ की कीमत वाले इन आधुनिक स्कूटरों में राइफल और गोला-बारूद के साथ चालक और उसके पीछे एक जवान बैठ सकता है और ये पहाड़ी पर 45 डिग्री की ढलान पर चढ़ सकते हैं। साथ ही इनमें बर्फ पर सुगमता से चलने वाली 278 किलोग्राम वजनी मशीन है जो चेनकेस बेल्टों के सहारे चलती है।
चीन से लगती 3,488 किलोमीटर सीमा की निगरानी में जुटे इस बल की क्षमता बढ़ाने के तहत पिछले वर्ष छह दर्जन से ज्यादा एसयूवी खरीदे गए थे। निगरानी और ट्रांसपोर्ट के लिए सभी एसयूवी को सुदूर सीमावर्ती इलाकों में भेज दिया गया।
अभी तक जम्मू एवं कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में पर्यटकों के काम आने वाले ऐसे स्कूटर पहली बार भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा संचालन भूमिका में प्रयोग में लाया जा रहा है। इन स्कूटरों का प्रयोग रक्षा बलों के प्रशिक्षण में भी किया जाता है।
यह पहली बार है कि जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के उपरी इलाकों में पर्यटकों और रक्षा बलों द्वारा प्रशिक्षण के लिए इस्तेमाल होने वाले इन स्कूटरों को भारतीय सुरक्षा बल में संचालनात्मक उददेश्य से शामिल किया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि कुछ महीनों तक इन स्कूटरों के प्रदर्शन का विश्लेषण किया जाएगा और एक बार सही पाये जाने पर आईटीबीपी के लिए बर्फ में चलने वाले और अधिक वाहनों को खरीदा जाएगा।
आईटीबीपी के 80 हजार जवान भारत-चीन सीमा की रक्षा में तैनात हैं। इसकी कुछ चौकियां 9000 फुट से 18000 फुट उंचे कुछ दुरह स्थानों पर है जहां अक्सर तापमान शून्य से 20-30 डिग्री सेल्सियस नीचे रहता है।