असम में NRC का पहला ड्राफ्ट जारी होने के बाद सोमवार को एक 40 वर्षीय ड्राइवर ने केवल इसीलिए आत्महत्त्या कर लिया, क्योंकि उसका नाम एनआरसी NRC ड्राफ्ट में नहीं था.
गुवाहाटी
By Sanjay Kumar
असम में जारी नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (एनआरसी) NRC का पहला ड्राफ्ट जारी होने के बाद इस का खौफ भी झलकने लगा है. असम में NRC का पहला ड्राफ्ट जारी होने के बाद सोमवार को एक 40 वर्षीय ड्राइवर ने केवल इसीलिए आत्महत्त्या कर लिया, क्योंकि उसका नाम एनआरसी NRC ड्राफ्ट में नहीं था. मृतक की पहचान हनीफ खान के रूप में हुई है.
हालांकी यह पहला ड्राफ्ट है, और मुख्य मंत्री सर्वानंद सोनोवाल बार बार यह आश्वासन दे रहे हैं कि जिन भारतीय नागरिक का नाम पहले ड्राफ्ट में नहीं आया है उसे अपना नाम शामिल करवाने का पूरा पूरा अवसर दिया जाएगा. इस के बाद भी इस तरह की घटना का हो जाना कने वाले दिनों में खतरे की निशानदही करता है.
सिलचर के रहने वाले हनीफ का शव काशिपुर में एक पेड़ से लटका हुआ मिला. उसकी पत्नी ने बताया कि हनीफ एनआरसी को लेकर कई दिनों से तनाव में था. वह अक्सर यह बात किया करता था कि यदि लिस्ट में हमारा नाम नहीं होगा तो क्या होगा.
वह पुलिस की गाड़ी को देखकर घबरा जाता था. घर से बाहर जाने में उसे इस बात से डर लगता था कि कहीं उसे पुलिस पकड़ न ले. जब पुलिस की गाड़ी चली जाती थी तब वह घर लौटता था.
कछार के एसपी राकेश रौशन ने बताया कि, ” हनीफ कई दिनों से डिप्रेशन में था. उसे किस कारण से सुसाइड किया है इसकी हम जांच कर रहे हैं. हनीफ के परिवार ने अब तक कोई शिकायत दर्ज नहीं की है.”
बता दें कि असम में रहने वाले भारतीय नागरिकों की पहचान के लिए उनका नाम इस रजिस्टर में दर्ज किया जा रहा है. यह कदम असम में अवैध रूप से बांग्लादेशी घुसपैठियों को निकालने के लिए किया गया है.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 31 दिसंबर को पहला ड्राफ्ट जारी किया गया. इस रजिस्टर में जिन आवेदकों के नाम शामिल नहीं किए गए हैं, उनकी अभी जांच चल रही है.
पहला ड्राफ्ट जारी होने से पहले ही सूबे में तनाव की आशंका जताई जा रही थी. जिसके मद्देनजर भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है या अलर्ट पर रखा गया है.