गुवाहाटी
By Sanjay Kumar
असम में जारी NRC के सूची में AIUDF अध्यक्ष और सांसद बदरुद्दीन अजमल का नाम गायब और उल्फा ULFA चीफ परेश बरुआ का नाम शामिल होने से सब लोग हैरान हैं.
असम सरकार द्वारा जारी नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स यानी एनआरसी NRC ड्राफ्ट में जहां ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट AIUDF के अध्यक्ष और सांसद बदरुद्दीन अजमल का नाम शामिल नहीं है वहीं यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम यानी ULFA चीफ़ परेश बरुआ का नाम शामिल किया गया है जिस से लोग हैरान हैं. इतना ही नहीं अजमल के दोनों बेटों का नाम भी NRC सूची में शामिल नहीं है वहीं परेश बरुआ के परिवार के सदस्यों का नाम शामिल है. उस के अलावा कई और विधयाकों का नाम भी सूची में नहीं है.
एनआरसी में उल्फा-आई (ULFA-I) के उग्रवादी परेश बरुआ का एआरएन नंबर 101831002065041801069 है. उसे डिब्रूगढ़ जिले के जेरईगांव का रहने वाला बताया गया है. एनआरसी में बरुआ के परिवार के सदस्यों के नाम भी हैं.
बता दें कि परेश बरुआ अप्रैल 1979 से उल्फा के संस्थापक सदस्य और सशस्त्र शाखा के प्रमुख हैं. उसका जन्म असम के डिब्रुगढ़ के जेराईचाकली गांव में हुआ. परेश बरुआ रेलवे में भी रह चुका है. लेकिन, 1980 से ही वह ड्यूटी से नदारत था. जिसके बाद सरकार ने उसे 2010 में नौकरी से निकाल दिया. परेश ज्यादा तर चीन और म्यांमार में रहता है. यहीं से वह उल्फा के ऑपरेशन देखता है.
एनआरसी के स्टेट कोऑर्डिनेटर प्रतीफ हजेला का कहना है कि जिन लोगों के नाम पहले ड्राफ्ट में शामिल किए गए हैं, उनके तमाम दस्तावेजों की गहनता से जांच की गई है. अगर ऐसा है तो ऐसा कैसे हो सकता है कि उग्रवादी संगठन उल्फा के प्रमुख नाम तो एनआरसी में शामिल है, लेकिन एक सांसद और उनके बेटों का नाम इसमें नहीं है.