उत्कल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त, 14 डब्बे उतरे पटरी से
नई दिल्ली
यूपी में एक बड़े रेल हादसे में पूरी हरिद्वार उत्कल एक्सप्रेस के 14 डब्बे कल रात पटरी से उतर गए| इस दुर्घटना में कम से कम 23 लोगों की मौत हो गई जबकि 70 से अधिक लोग घायल हो गए| मुज्जफ्फरनगर से 40 किलोमीटर दूर खतौली में यह हादसा हुआ|
रेलवे विभाग हालाँकि दुर्घटना के कारणों का पता लगाने में जुटा है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक इसके पीछे रेलवे की लापरवाही है| एक अधिकारी के मुताबिक दुर्घटना के समय रेलवे स्टाफ ट्रेन की गति धीमी करने की बगैर किसी पूर्व सूचना के रेलवे ट्रैक का काम कर रहा था| ट्रेन को न तो कोई लाल झंडी दिखाई और न ही कोई सिग्नल दिया गया जिस वजह से यह हादसा हुआ|
दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन 106 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से दौड़ रही थी जबकि ट्रैक पर चल रहे काम को देखते हुए इसकी रफ़्तार 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे होनी चाहिए थी|
दुर्घटना के बाद उत्तर प्रदेश प्रोविंशियल आर्म्ड कांस्टेबुलरी, एनडीआरएफ और एंटी टेररिज्म स्क्वाड की टीम मौके पर पहुँच गई और बचाव कार्य में जुट गई| घायलों को अस्पताल ले जाने के लिए मौके पर 95 एम्बुलेंस मौजूद रखे गए|
इस बीच रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने दुर्घटना के पीछे कारणों की जांच के आदेश दिए है| उन्होंने ट्विट किया है, “मैंने हादसे के पीछे कारणों की जांच के आदेश दिए है| किसी भी तरह की लापरवाही के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी|”
इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उत्कल एक्सप्रेस दुर्घटना पर दुःख प्रकट करते हुए कहा है कि रेलवे मंत्रालय और राज्य सरकार पीड़ितों की हर तरह से मदद करने में जुटी हुई है| मोदी ने ट्विट करते हुए कहा है, “मेरी संवेदना पीड़ित परिवारों के साथ है| मैं घायलों के जल्द से जल्द आरोग्य की कामना करता हूँ| रेलवे मंत्रालय परिस्थिति पर नजदीक से नजर रख रही है|”