अगरतला
वर्ष 1998 से लगातार पांच बार त्रिपुरा के मुख्यमंत्री रहे माणिक सरकार ने एक बार फिर धानपुर सीट से विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को नामांकन दाखिल किया. नामांकन में दाखिल किये गए उन के हलफनामे के आंकड़े से पता चलता है कि वह देश के सब से गरीब मुख्य मंत्री हैं.
जानिए इस गरीब मुख्य मंत्री की ख़ास बातें
- माणिक सरकार के पास न ही मोबाइल फोन और ईमेल एकांउट है और न ही वे सोशल मीडिया पर है.
- 69 वर्षीय सीपीएम के वरिष्ठ नेता सरकार के पास खुद का मकान तक नहीं है. वे पिछले का 20 साल से मुख्यमंत्री के आधिकारिक क्वार्टर में रह रहे हैं.
- माणिक सरकार बतौर मुख्यमंत्री जो वेतन लेते है वो पूरा पैसा पार्टी फंड में जमा करवाते आ रहें हैं.
- माणिक सरकार ने अपना चुनावी अभियान सिर्फ 1520 रुपए नगद के साथ शुरू किया. जबकि 2013 में, उनके हलफनामे में उनके पास 1080 रुपये नकद होने की बात कही थी. साल 2003 में इसमें थोड़ा सुधार हुआ और हलफनामे में उनके पास 3,000 रुपये कैश इन हैंड था.
- माणिक सरकार ने हलफनामे में बताया है कि एसबीआई, अगरतला शाखा (खाता संख्या 10915315442) के उनके एकल बैंक खाते में 20 जनवरी तक 2410 रुपए 16 पैसे बैंक बैलेंस था. जबकि 2013 में इस खाते में 9720 रुपए 38 पैसे जमा थे.
- वर्ष 2008 में, उनके पास उसी शाखा में एक अलग बचत खाता था (संख्या 10915315442) जिसमें 8992 रुपए 38 पैसे जमा थे. इसके अलावा उनके नाम पर अगरतला के यूको बैंक में दूसरा बचत खाता(नंबर 35789) था जिसमें 4928 रुपए जमा थे.
- माणिक सरकार की पत्नी पंचाली भट्टाचार्य एक अवकाश प्राप्त सरकारी कर्मचारी है जिन के हाथ में 20,140 नकद बताया गया है. जबकि तीन बचत खाते औरफिक्स्ड डिपोजिट
में 12,15,714.18 रुपये हैं. उनकी पत्नि के पास 20 ग्राम सोना भी है. - मुख्यमंत्री सरकार के पास एकमात्र चल संपत्ति के रूप में अगरतला के कृष्णानगर इलाके में 0118 एकड़ एक गैर-कृषि भूमि है, जो उनके भाईयों और बहनों के संयुक्त रूप से स्वामित्व वाली जमीन का 1/7 हिस्सा हैं. इस जमींन में 888.35 वर्ग फुट का एक घर है जो उन्हें विरासत में मिली संपत्ति है.
- माणिक सरकार ने अपनी घोषणा में कहा है कि उनकी पत्नी ने जमीन पर निर्माण कार्य पर अभी तक 15 लाख रुपये का निवेश किए है.
बता दें कि अगरतला के महराजा बीर बिक्रम कॉलेज से वाणिज्य में स्नातक माणिक सरकार की अपनी कोई संतान नही हैं. वे कई मौको पर कहते रहे हैं कि ‘राज्य के लोग ही मेरे बच्चे हैं.’
धानपुर सीट से लगातार चार बार से चुनाव जीत चुके सरकार ने नामांकन दाखिल करने के वहां मौजूद पत्रकारों से कहा, ‘‘इस बार हम बड़े अंतर से चुनाव जीतेंगे और देश में मिसाल कायम करेंगे.’’ . त्रिपुरा में 1993 से वाम मोर्चे की सरकार है