आज, 12 फरवरी को राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पेश होना था लेकिन विपक्ष के हंगामे के चलते नागरिकता संशोधन विधेयक पेश नहीं हो पाया.
राज्यसभा में मंगलवार को हंगामे के कारण कार्यवाही बार-बार बाधित हुई और फिर विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के बीच दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई.
उधर पूर्वोत्तर राज्यों में नागरिकता संशोधन विधेयक पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। असम, अरुणाचल प्रदेश , त्रिपुरा समेत पूरे नॉर्थ ईस्ट में नागरिकता बिल पर विरोध जारी है। मणिपुर में हालात बेकाबू होता देख मणिपुर में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। प्रशासन ने पांच दिन के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी है।
नागरिकता संशोधन बिल आज राज्यसभा में पेश किया जाना था . ये बिल 8 जनवरी को लोकसभा में पास हो चुका है. लोक सभा में इस बिल के पास होते ही उत्तर- पूर्व राज्यों में भारी विरोध हो रहा है.
नई दिल्ली
नागरिकता संशोधन विधेयक को राज्यसभा की मंगलवार की कार्यसूची में रखा गया है. इससे माना जा रहा है कि सरकार इस विधेयक को राज्यसभा में पेश कर सकती है. हालांकि इस विधेयक को लेकर बीजेपी के अलावा सभी दल विरोध में हैं.
बीजेपी शासित पूर्वोत्तर के दो राज्यों अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर के मुख्यमंत्रियों ने भी नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध किया है.दोनों मुख्य मंत्रियों सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ मुलाकात की और अनुरोध किया कि ये विधेयक राज्यसभा से पारित न हो. राजनाथ सिंह ने दोनों मुख्यमंत्रियों को आश्वस्त किया कि पूर्वोत्तर के स्वदेशी लोगों के अधिकार किसी भी सूरत में प्रभावित नहीं होंगे.
बता दें कि इस विधेयक के कानून बनने के बाद, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई धर्म के मानने वाले अल्पसंख्यक समुदायों को 12 साल की बजाय महज छह साल भारत में गुजारने और बिना उचित दस्तावेजों के भी भारतीय नागरिकता मिल सकेगी.
LIVE UPDATE
3:30 PM
- राज्यसभा की कार्यवाही आज दिन भर के लिए स्थगित
12:30 PM
- सपा के हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित