असम: समाजसेवी अशोक धानुका मानद डॉक्टरेट डिग्री से समान्नित
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- असम भले ही भौगोलिक रूप से दिल्ली से दूर है, लेकिन बुनियादी सुविधाओं के मामले में देश के कई बेहतर राज्यों में से एक है---- अशोक धानुका
गुवाहाटी- समाजसेवा के क्षेत्र में हमेशा तत्पर रहने वाले जाने माने समाजसेवी अशोक धानुका को उनके निस्वार्थ सामाजिक सेवाओं के लिए मानद डॉक्टरेट डिग्री से नवाजा गया है।
नई दिल्ली के लोधी रोड स्थित गुलमोहार प्रक्षागृह में रविवार को थियोफ़ैनी विश्वविद्यालय, हैती की ओर से आयोजित दीक्षांत समारोह में अशोक धानुका को समाज सेवा के क्षेत्र में पीएचडी की डॉक्टरेट डिग्री से अलंकृत किया गया है। इस गरिमापूर्ण समारोह में कई नामी ग्रामी हस्तियां मौजूद थी।
इस अवसर पर श्री धानुका ने कहा कि “मैं शुक्रगुजार हूं थियोफ़ैनी विश्वविद्यालय, हैती का, जिसने मुझे डाक्टरेट की उपाधि के लायक समझा।” उन्होंने कहा कि यह मेरा सम्मान नहीं, उन लोगों का सम्मान हैं, जिन्होंने मानवता के हित में कोविड संकट के दौरान वैक्सिनेशन अभियान को सफल बनाने में मदद किया।
श्री धानुका ने जानकारी देते हुए आगे बताया कि ,” गुवाहाटी के श्री मारवाड़ी हॉस्पीटल ने मारवाड़ी सम्मेलन की गुवाहाटी शाखा की मदद से 133 दिनों तक लगातार वैक्सिनेशन अभियान को चलाए रखा था जिस दौरान 52000 से अधिक जरुरतमंद लोगों को वैक्सीन के टीके लगाए गए थे ।
श्री धानुका ने कहा कि इसमें दो राय नहीं है कि कोरोना के खिलाफ जारी जंग में असम के मुख्यमंत्री डा. हिमंत विश्व शर्मा की अगुवाई में असम ने विजय हासिल की। मैं आभारी हूं गौहाटी गौशाला ट्रस्ट बोर्ड का भी, जिसने हमेशा व्यक्ति हितों की जगह सामाजिक सरोकार को महत्व दिया है।
असम भले ही भौगोलिक रूप से दिल्ली से दूर है, लेकिन बुनियादी सुविधाओं के मामले में देश के कई बेहतर राज्यों में से एक है। मैं तो एक सामान्य आदमी हूं। किसी भी योजना को सफल बनाने के लिए एक टीम का होना जरूरी है। मैं जो कुछ कर पाया हूं, उसमें पूरी टीम शामिल है। इसलिए डाक्टरेट की इस उपाधि को मैं अपनी पूरी टीम की उपलब्धि मानता हूं।
एक बार फिर से थियोफ़ैनी विश्वविद्यालय, हैती के प्रति आभार व्यक्त करना चाहता हूं, इसके साथ यह भी कहना चाहता हूं कि आप की इस पहल से सामाजिक सरोकार के लिए कार्यरत व्यक्ति या समूहों का उत्साह बढ़ेगा।