नई दिल्ली/ गंगटोक
आप और हम एक दिन में 5 या 10 किलो मीटर पैदल चलने के सोच नहीं सकते तो दौड़ने की बात तो दूर ही है. लेकिन भारत का एक जवान सिक्किम से दिल्ली तक 1700 की दूरी दौड़ते हुए तय किया है.
हम बात कर रहे हैं अभिषेक प्रसाद गुप्ता की जिन्हों ने जैविक सिक्किम, स्वच्छ भारत, बेटी-बचाओ बेटी पढ़ाओ तथा बाल यौन शोषण जैसी कुरीतियों के विरुद्ध जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से सिक्किम से नई दिल्ली तक 1700 किलोमीटर लंबी दौड़ पूरी कर बुधवार को नई दिल्ली पहुंचे.
नई दिल्ली पहुंचे अभिषेक का स्वागत सिक्किम हाउस के आयुक्त अश्रि्वनी चंद ने किया. इस दौरान हाउस के अन्य उच्चाधिकारियों में अतिरिक्त आवासीय आयुक्त मोनालीसा दास तथा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के प्रधान सचिव भगवान शंकर मौजूद थे.
पत्रकारों से बात चीत करते हुए अभिषेक ने बताया कि उन्होने एकल मैराथान दौड़ 29 दिसंबर 2017 को गंगटोक से शुरू किया था. इस अवसर पर राजभवन में आयोजित विशेष समारोह में राज्यपाल श्रीनिवास पाटिल ने हरी झडी हिलाकर रवाना किया था.
करीब 1700 किलोमीटर लंबी दौड़ लगाने के अंतिम पड़ाव के तौर पर दिल्ली पहुंचकर उन्होंने लक्ष्य प्राप्ति की बात कही.
अभिषेक ने बताया कि दौड़ के दौरान पश्चिम बंगाल, बिहार तथा उत्तर प्रदेश के हिस्सों से होकर गुजरना पड़ा जहां लोगों ने उन का भरपूर स्वागत किया. रास्ते में किये गए अपने स्वागत समारोह में उन्हों ने सामाजिक संदेश के विषय में लोगों को जागरुकत किया.
अभिषेक ने बताया कि दौड़ के समय उनके पिता शंकर प्रसाद,चिकित्सक गंगा राम ढकाल तथा लक्षमण लामिछाने शामिल रहे. उन्होने दौड़ लगाने के लिए प्रेरणा स्त्रोत के तौर पर अमर सुब्बा को इस सफल प्रयास का श्रेय दिया.
ज्ञात हो कि 23 वर्षीय अभिषेक पूर्व में राज्य के चारों जिलों में भी मैराथन दौड़ लगा चुके हैं. चार माह पूर्व दिल्ली में आयोजित दौड़ प्रतियोगिता में अभिषेक 12 घंटे की मैराथन दौड़ में चौथा स्थान प्राप्त कर चुके हैं.