असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल मिले केंद्रीय गृह मंत्री से, महत्वपूर्ण मुद्दों पर हुई चर्चा
नई दिल्ली
मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ उनके सरकारी आवास में राज्य की सुरक्षा समेत महत्वपूर्ण विषयों पर बातचीत की| जानकारी के मुताबिक नई दिल्ली में मुख्यमंत्री ने राजनाथ सिंह के साथ राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण, असम समझौता क्रियान्वयन, भारत-बांग्लादेश सीमा सील मुद्दा समेत छह जनगोष्ठियों के जनजातिकरण आदि विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की|
करीब दो घंटे तक चली चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने बोड़ोलैंड, असम पुलिस का आधुनिकीकरण और राज्य में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात करने का मुद्दा भी उठाया| सोनोवाल ने गृह मंत्री से अपील की कि वे विभिन्न संगठनों के साथ उनकी मांगों के तहत राजनीतिक स्तर पर त्रिपक्षीय बैठक के आयोजन की व्यवस्था करें| इसमें अनुसूचित जनजाति की मांग कर रहे छह संगठन – कोच राजवंशी, ताई अहोम, मोरान, मटक, चुतिया और आदिवासी – चाय जनसमुदाय शामिल है| इसके अलावा बोड़ोलैंड की मांग कर रहे ABSU, PJACBM, NDFB(P), NDFB (RD), असम के आदिवासी संगठन ANCC, कोच राजवंशियों का मुद्दा उठा रही AKRSU (H) और AKRSU (P) तथा असम समझौता सही ढंग से लागू करने की मांग पर अटल आसू जैसे संगठन भी शमिल है| मुख्यमंत्री के आग्रह पर राजनाथ सिंह ने त्रिपक्षीय वार्ता का समर्थन किया है| हालांकि वार्ता कब होगी इसकी जानकारी बाद में दी जाएगी|
असम समझौते को लागू करने के क्षेत्र में मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री से आग्रह किया कि वे भारत-बांग्लादेश बॉर्डर फेंसिंग का काम पूरा करने का आवश्यक निर्देश दें| उन्होंने पड़ोसी राज्यों के साथ भी फेंसिंग के कार्य को पूरा कराए जाने का आग्रह किया| भारत-बांग्लादेश बॉर्डर फेंसिंग के मुद्दे पर निर्धारित समय में गृह मंत्री ने पुनरीक्षण करने आश्वासन दिया है|
विदेशी न्यायाधिकरण समेत डिटेंशन केंद्रों के मुद्दे पर भी मुख्यमंत्री ने राजनाथ सिंह से बात की| मुख्यमंत्री ने टी. मुइवा द्वारा उठाए गए नगालिम के मुद्दे पर गृह मंत्री का ध्यान आकृष्ट किया| गृह मंत्रालय ने इस संदर्भ में कहा है कि मामले पर विस्तृत रूप से स्पष्टीकरण दिया जाएगा|