पीएम मोदी के विदेश दौरों पर 2014 से अब तक 2000 करोड़ रूपए से ज्यादा की राशि खर्च की गई है. राज्य मंत्री वीके सिंह ने राज्यसभा में यह ब्योरा दिया.
नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरों पर 2014 से अब तक 2000 करोड़ रूपए से ज्यादा की राशि खर्च की गई है. विदेश मामलों के राज्य मंत्री वीके सिंह ने गुरुवार को राज्यसभा में 15 जून, 2014 से 3 दिसंबर, 2018 के बीच मोदी की विदेश यात्राओं का ब्योरा दिया.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सांसद बिनॉय विश्वम ने पूछा था कि साल 2014 के बाद से प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं में कुल कितनी राशि खर्च की गई है. इसके अलावा उन्होंने देशों के नाम, प्रधानमंत्री के साथ जाने वाले मंत्रियों के नाम और हस्ताक्षर किए गए समझौतों के बारे में जानकारी मांगी थी.
वीके सिंह ने जवाब में मोदी की यात्राओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने प्रत्येक यात्रा पर खर्च का गई राशि के बारे में बताया, जिसमें एयर इंडिया के रखरखाव की लागत और हॉटलाइन पर खर्च की गई धनराशि भी शामिल है.
सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री के विमान रखरखाव पर कुल 1,583.18 करोड़ रुपये खर्च किए गए, चार्टर्ड उड़ानों पर 429.28 करोड़ रुपये और हॉटलाइन पर 9.12 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. सिंह द्वारा प्रदान किए गए विवरण में मई 2017 से दिसंबर 2018 तक हॉटलाइन पर खर्च की गई राशि के बारे में जानकारी नहीं दी गई है.
इस हिसाब से नरेंद्र मोदी के विदेश दौरों पर 15 जून, 2014 से 3 दिसंबर, 2018 के बीच विदेश यात्राओं में कुल 2,021.58 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं.
प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभालने के बाद से मोदी ने संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जापानी प्रधानमंत्री शिन्जो आबे और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग सहित कई बार वैश्विक नेताओं से मुलाकात की है.
विपक्षी दलों का आरोप है कि नरेंद्र मोदी बहुत ज्यादा विदेश यात्राएं करते हैं, जिसकी वजह से इन यात्राओं पर काफी ज्यादा धनराशि खर्च भी हुई है.