PRC मुद्दे को ले कर आज अरुणाचल प्रदेश सुलग उठा, भीड़ ने उप मुख्य मंत्री का निजी आवास आग के हवाले कर दिया, सरकार ने JHPC के सिफारिशों को ना मंज़ूर कर दिया.
ईटानगर
PRC मुद्दे को ले कर आज अरुणाचल प्रदेश सुलग उठा. PRC के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे भीड़ आज हिंसा पर उतर आयी और उप मुख्य मंत्री चौना मेन का निजी आवास को आग के हवाले कर दिया. भीड़ ने ईटानगर पुलिस स्टेशन, उपायुक्त कार्यलय समेत कई कार्यालों में जम कर थोड फोड़ की.
बता दें कि 6 आदिवासी समुदायों को स्थायी निवासी प्रमाण पत्र (PRC) देने के प्रस्ताव के खिलाफ राजधानी ईटानगर में बुलाए गए 48 घंटे के बंद के दौरान लोग सड़क पर उतर आए थे. इस दौरान पुलिस की गोलीबारी में शनिवार को एक व्यक्ति की मौत हो गई. इसके बाद रविवार को प्रदर्शनकारियों ने राज्य के उप मुख्यमंत्री चौना मेन के घर को आग के हवाले कर दिया.
भीड़ ने मुख्य मंत्री पेमा खांडू के आवास पर भी हमला बोल दिया. भीड़ को काबू करने के लिए सेना ने जवाब में फायरिंग की है जिस में एक व्यक्ती की मौत की खबर है.
हिंसा को देखते हुए राज्य सरकार ने पीआरसी के संबंध में आगे कोई कार्रवाई नहीं करने का निर्णय लिया है. इस संबंध में राज्य के मुख्य सचिव द्वारा एक ब्यान भी जारी किया गया है.
उधर दिल्ली में केन्द्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार ने छह समुदायों को स्थायी निवासी प्रमाण पत्र (पीआरसी) देने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति की सिफारिशों को स्वीकार नहीं करने का फैसला किया है.
केन्द्रीय मंत्री ने अपने एक एक ट्वीट में कहा कि अरूणाचल प्रदेश सरकार ने नमसाई और चांगलांग जिलों में रह रहे छह समुदायों को पीआरसी दिये जाने संबंधी संयुक्त उच्चाधिकार प्राप्त समिति की सिफारिशों को स्वीकार नहीं किये जाने का एक आदेश पारित किया है।