शिलोंग
मेघालय की राजधानी शिलोंग में बीजेपी की एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि परिवर्तन की जो हर पूरे उत्तर भारत में चल रही है वो लहर अब मेघालय में भी नजर आने लगी है।
मोदी ने कहा कि, ‘ असम चुनाव के बाद से जो परिवर्तन की लहर पूरे उत्तर भारत में चली है वह लहर अब मेघालय में भी नजर आने लगी है।’ राज्य की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए मोदी ने कहा कि ‘राज्य में एक ऐसी सरकार चल रही है जो जनता के लिए नहीं बल्कि माइनिंग माफियाओं के लिए काम कर रही है।’
शिलोंग -नोंग्स्तें नोंग्सटेन – रोंगजेंग – तुरा सड़क का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने कहा, ‘उत्तर पूर्व को लेकर पहले की सरकारों का क्या रवैया रहा है, उससे आप अच्छी तरह परिचित रहे हैं। नॉर्थ-ईस्ट में योजनाओं अटके नहीं, भटके नहीं इसलिए ही 1972 में नॉर्थ-ईस्ट काउंसिल का गठन किया गया था। लेकिन इस काउंसिल को भी गंभीरता से कम ही लिया गया।’
मोदी ने कहा, ‘हमारी सरकार के मंत्री जब इस क्षेत्र में आते हैं, तो यहां रुकते हैं, लोगों के साथ मिलते हैं, उनकी समस्याओं और आवश्यकताओं के बारे में सीधी जानकारी लेते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘बीते तीन साल में, मेरी सरकार के दौरान मेरे मंत्रियों कि ओर से उत्तर पूर्व के 150 से ज़्यादा दौरे हुए हैं, इतने दौरे शायद ही किसी दूसरी सरकार में हुए हो।’ पीएम ने कहा कि हमारी सरकार उत्तर-पूर्व के राज्यों के साथ पहले हुए अन्याय को कम करने का लगातार प्रयास कर रही है, केंद्र सरकार के फैसलों में उत्तर-पूर्व को प्राथमिकता दी जा रही है।
मोदी ने कहा, ‘भविष्य में उत्तर-पूर्व में सी-प्लेन के जरिए आना जाना एक बेहतर कदम होगा। शिलॉन्ग में बड़े विमान उतर सकें इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से हवाई पट्टी के विस्तार को मंजूरी दे दी गई है।’
उन्होंने कहा कि पिछले साल मैं जब मेघालय आया था और यहां के लोगों ने मुझे जो चाय पिलाई थी उसका स्वाद आज भी मैं याद करता रहता हूं।
आपको बता दें कि मेघालय में कांग्रेस की अगुवाई वाली संयुक्त गठबंधन सरकार लगातार दो बार से सत्ता में है। बीजेपी राज्य में अब तक एक भी सीट नहीं जीत पाई है। लेकिन पार्टी को उम्मीद है कि वह अगले विधानसभा चुनाव में 60 में से 40 सीटें जीतेगी।
मेघायल से पहले मिजोरम पहुंचे पीएम मोदी ने ट्युरिअल हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि, ‘हम पूर्वोत्तर राज्यों की राजधानियों को रेल नक्शे पर लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारत सरकार 47 हजार करोड़ की लागत वाली, 1385 किलोमीटर लंबाई वाली 15 रेल नई लाइनों का कार्यान्वयन करने जा रही है।’
उन्होंने कहा, ‘कनेक्टीविटी की कमी पूर्वोत्तर क्षेत्रों के विकास के पथ में बड़ी बाधाओं में से एक है।’ मोदी ने कहा कि मेरी सरकार आधारभूत सुविधाओं में निवेश के माध्यम से परिवहन द्वारा परिवर्तन करना चाहती है।
मोदी ने कहा, ‘हम इस विजन के साथ काम कर रहे हैं कि अपनी परेशानियां, अपनी आवश्यकताएं बताने के लिए आपको दिल्ली तक संदेश ना भिजवाना पड़े, बल्कि दिल्ली खुद आपके बीच चलकर आए।’