धनबाद
यह शर्मनाक घटना झारखंड के धनबाद शहर की है जहां एक रात में छह युवकों ने एक अनाथ नाबालिग के साथ सामूहिक बलात्कार किया.
धनबाद पुलिस ने इस नाबालिग को एक महिला के साथ शर के ऑटो स्टैंड से गिरफ्तार किया . उस अनाथ नाबालिग ने बताया कि डेढ़ महीने में एक दर्जन से ज्यादा लोगों ने उस के साथ दुष्कर्म किया .
दरअसल घरेलू कामकाज का काम दिलाने का झांसा देकर नाबालिग को वेश्यावृत्ति के दलदल में धकेल दिया गया था. पुलिस ने इस गिरोह की एक महिला सदस्य आशा देवी को धनबाद स्टेशन के बाहर ऑटो स्टैंड से गिरफ्तार किया था.
महिला के निशानदेही पर पुलिस ने उन छह दुष्कर्मियों को भी दबोच लिया जो अब जेल के सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. जेल भेजे गए आरोपियों में ठेले पर फल बेचने वाला विजेंद्र कुमार लोहानी उर्फ राज, इसरी बाजार का प्रतीक कुमार, महुदा का समरुद्दीन शेख, बगोदर तिरला मोड़ का अब्दुल गफ्फार, रांची में रहने वाला भूली बस्ती का अशोक लोहार और गिरिडीह डुमरी का मुकेश कुमार शामिल है.
पुलिस इस मामले में रांची का राजू मछुआ व प्रमोद सहित अन्य आधा दर्जन से अधिक आरोपियों की तालाश कर रही है.
पकड़ी गयी आशा देवी पूछ ताछ के दौरान चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को बताया कि वह तीन बच्चों की मां है. 2017 में होली के समय उसका पति से विवाद हो गया, इसके बाद वह लोहरदगा चली गई. वहां लॉटरी का धंधा किया. लॉटरी का धंधा बंद होने के बाद वह निमियाघाट आ गई. यहां एक महिला से उसकी मुलाकात हुई. फिर वह सेक्स रैकेट चलाने लगी. अशोक की मदद से रांची में और राज और सरुद्दीन की मदद से धनबाद में धंधा कर रही थी.