नई दिल्ली में शुरू हुआ भारत-आसियान देशों का संवाद, मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल भी शामिल
नई दिल्ली
भारत-आसियान देशों का संवाद मंगलवार से नई दिल्ली में शुरू हुआ| असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल भी इस बैठक में शामिल हुए| इस मौके पर नौवीं दिल्ली बैठक के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने राज्य की विकास क्षमता को जानने के लिए एक्ट ईस्ट पॉलिसी की जरुरत पर बल दिया और दक्षिणी एशियाई देशों के साथ करीबी आर्थिक संबंध स्थापित करने के लिए सहयोग माँगा|
दिल्ली बैठक एक सालाना अंतर्राष्ट्रीय बैठक है जहाँ आसियान देशों के मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी, बुद्धिजीवी, बड़े व्यवसायी, देश के प्रमुख व्यक्ति और शिक्षाविद शिरकत करते हैं और भारत-आसियान देशों के बीच संबंध अधिक मजबूत करने की नीति बनाते हैं|
इस आयोजन को ऐतिहासिक करार देते हुए मुख्यमंत्री सोनोवाल ने कहा कि गुवाहाटी सिर्फ पूर्वोत्तर का मुख्य द्वार ही नहीं है| हम इसे दक्षिण पूर्वी एशिया का मुख्य द्वार मानते हैं| हमने गुवाहाटी को अत्याधुनिक ढांचागत व्यवस्थाओं से लैस करने की दिशा में काम शुरू कर दिया हैं| गुवाहाटी में अत्याधुनिक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, विश्वस्तरीय व्यापार केंद्र सहित दक्षिण एशियाई राष्ट्रों के वाणिज्यिक दूतावास कार्यालयों के लिए जगह भी तैयार किया गया है|
सोनोवाल ने कहा कि भारत-आसियान देशों के बीच आयोजित दिल्ली बैठक की असम को पूरे देश में विकास के मुख्य केंद्र के रूप में स्थापित करने में विशेष भूमिका होगी और पूरे दक्षिण पूर्वी एशिया के देशों के प्रमुख द्वार के रूप में स्थापित करने में भी विशेष रूप से सहायक सिद्ध होगा|
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि असम न सिर्फ चाय और तेल के लिए बल्कि कृषि, बागवानी आदि के क्षेत्र में भी आने वाले दिनों में अन्य देशों के साथ आर्थिक और वाणिज्यिक संबंध स्थापित करने में संभावनाओं से भरा क्षेत्र साबित होगा|
इस बार के दिल्ली बैठक का मुख्य विषय भारत और आसियान : आगंतुक 25 साल के लिए कार्ययोजना है| बैठक में राजनीतिक सुरक्षा, आर्थिक और सामाजिक-सांस्कृतिक संपर्क विषय पर विस्तार से चर्चा होगी| इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपिंस, सिंगापुर, थाईलैंड, ब्रूनई, वियतनाम, लाओस, म्यांमार और कंबोडिया के प्रतिनिधि इसमें भाग लेने के लिए आए हैं|