भारत में विकास का अगला चरण पूर्वोत्तर से – सोनोवाल
गुवाहाटी
भारत की विकास गाथा का अगला लक्ष्य असम व पूर्वोत्तर को केंद्र में रखकर किया जा सकेगा| यह बात मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने बेंगलुरु में आयोजित 14 वें प्रवासी भारतीय सम्मलेन में प्रवासी भारतीय समुदाय से असम में निवेश के अवसरों का लाभ उठाने का आह्वान करते हुए कहा|
मुख्यमंत्रियों के सम्मलेन में उन्होंने कहा कि भारत की महान विकास गाथा के विस्तार का अगला चरण उसकी कार्य योजना में असम एवं पूर्वोत्तर को केंद्र में रखकर किया जाएगा| उन्होंने कहा कि असम की भौगोलिक स्थिति राज्य के प्रचुर प्राकृतिक संसाधनों के भंडार और कुशल एवं प्रशिक्षित कामगार राज्य में कारोबार के लिए स्वाभाविक वातावरण तैयार करते है|
प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए सोनोवाल ने कहा कि असम के ढांचागत सुविधाओं सहित भूमि नीति, संपर्क व्यवस्था, प्रशासन, सामाजिक सुरक्षा और सामाजिक कल्याण आदि सभी क्षेत्रों में व्यापक परिवर्तन हुआ है| उन्होंने कहा कि पड़ोसी राष्ट्रों के साथ व्यापार-वाणिज्य, निवेश, आपसी समझौता, सांस्कृतिक लेन-देन को अधिक मजबूती प्रदान करने के लिए असम सरकार शीघ्र ही एक नए विभाग ‘एक्ट ईस्ट’ का गठन करेगी|
असम में मित्रतापूर्ण निवेश की बात करते हुए सोनोवाल ने कहा कि ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर, रेल और हवाई मार्ग के माध्यम से असम आज देश के हर एक महत्वपूर्ण राज्य से जुड़ा हुआ है| मुख्यमंत्री ने कहा कि असम का औद्योगिक माहौल अति शांतिपूर्ण और उत्साहजनक है| राज्य में वर्तमान पेट्रोलियम, पेट्रोकेमिकल्स, खाद, वस्त्र उद्योग, सीमेंट, कागज मिल आदि विभिन्न उद्योग चल रहे है| सरकार गुवाहाटी में एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर का वाणिज्य केंद्र स्थापित करने जा रही है|
राज्य को जैविक हब में तब्दील करने का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि वर्तमान राज्य में 450 से अधिक औषधीय पेड़ और 300 विभिन्न आर्किड पाए जाते है| मुख्यमंत्री ने बताया कि इस साल नवंबर महीने में गुवाहाटी में अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्य सम्मलेन का आयोजन किया जाएगा| सम्मलेन में उन्होंने प्रवासी भारतीयों को भी निमंत्रण दिया|
प्रवासी भारतीय दिवस के मुख्यमंत्रियों की सभा में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्णाटक और पुद्दुचेरी के मुख्यमंत्रियों ने भी भाषण रखे|