Coronavirus: Covid को ले कर भारत में अगले 40 दिन मुश्किल
Coronavirus: Covid को ले कर एक्सपर्ट ने भारत में अगले 40 दिन मुश्किल रहने की आशंका जताई है। आधिकारिक सूत्रों की हवाले से आ रही खबरों की माने तो जनवरी का महीना भारत के लिए काफी मुश्किल हो सकता है. इस महीने कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी भी देखने को मिल सकती है. यह दावा पिछले ट्रेंड्स को देखते हुए किया जा रहा है.
दरअसल, पहले भी ऐसा देखा गया है कि ईस्ट एशिया को प्रभावित करने के 30 से 35 दिनों बाद ही भारत में कोविड-19 की नई लहर पहुंची थी. इसलिए यह एक ट्रेंड बन गया है, जिसके आधार पर ही यह दावा किया जा रहा है.
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हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि इस बार कोरोना का संक्रमण लोगों के लिए ज्यादा गंभीर नहीं है. ऐसे में अगर कोई लहर आती भी है तो मरीजों की मौतें और उनके अस्पताल में एडमिट होने की संख्या काफी कम रहेगी.
पिछले दो से तीन दिनों मे 6 हजार अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की जांच की जा चुकी है, जिनमें 39 अंतराष्ट्रीय यात्री कोरोना पॉजिटिव मिले हैं.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में बुधवार को कोरोना के 188 नए मामले देखने को मिले, जिसके बाद कुल कोरोना मामलों की एक्टिव संख्या बढ़कर 3 हजार 468 पहुंच गई है. मौजूदा समय में भारत में डेली पॉजिटिविटी रेट 0.14 फीसदी जबकि साप्ताहिक 0.18 फीसदी है.
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कैलिफोर्निया बेस्ड स्क्रिप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट के अनुसार, चीन में जिस बीएफ.7 वैरिएंट ने हाहाकार मचाया है, ऐसे जेनेटिक्स वाला वैरिएंट फरवरी 2021 के बाद से ही 90 देशों में सामने आ चुका है. यह ओमिक्रॉन के बीए.5 सब वैरिएंट ग्रुप का एक हिस्सा है.
वहीं कोरोना के नए वैरिएंट BF.7 पर दवाई और वैक्सीन कितनी असरदार है, स्वास्थ्य मंत्रालय इसको लेकर भी स्टडी कर रहा है.
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत पर इसका ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण भारत की अधिकतर आबादी के पास डबल इम्यूनिटी का होना है, डबल यानी एक नेचुरल इम्यूनिटी और एक जो वैक्सीन के बाद इम्यूनिटी लोगों के शरीर में बन गई है.
वहीं चीन में कोरोना वायरस का नया वैरिएंट काफी गंभीर रूप ले चुका है. रिपोर्ट्स की मानें तो चीन में काफी संख्या में नए मामले सामने आ रहे हैं. प्रतिदिन का आंकड़ा लाखों में जा रहा है. अस्पताल पूरी तरह भरे हुए हैं, मरीजों को जगह तक नहीं मिल रही हैं. चीन में दवाइयों की भी भारी कमी बताई जा रही है.