
मुज़फ्फरपूर
बिहार के मुज़फ्फरपूर से एक शर्मनाक खबर आई है. यहाँ एक बालिका गृह के अंदर लड़कियों से बलात्कार करने का मामला सामने आया है.
इस माले में एक पीड़ित लड़की ने पुलिस को जानकारी दी है कि उनकी एक साथी की हत्या कर उसकी शव हॉस्टल परिसर में ही दबा दी गई थी.
इस जानकारी के बाद पुलिस ने बालिका गृह के अंदर खुदाई कराई. हालांकि, अब तक की खुदाई में पुलिस को ऐसा कुछ नहीं मिला है, जिसकी जानकारी पीड़िता ने दी थी. लेकिन मामले की गहन जांच की जा रही है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार अब तक इस केस में 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पूछताछ किसी भी लड़की ने यह नहीं बताया कि उन्हें हॉस्टल से बाहर ले जाया गया था.
दरअसल मुजफ्फरपुर के ‘सेवा संकल्प एवं विकास समिति’ नाम के बालिका गृह में रह रही लड़कियों के साथ शारीरिक शोषण का खुलासा हुआ था. यह खुलासा तब हुआ था जब टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज ने इसी साल मई (2018) में इस बालिका गृह का सोशल ऑडिट किया था. खुलासे के बाद लड़कियों का मेडिकल चेकअप कराया गया. 21 लड़कियों की मेडिकल रिपोर्ट से खुलासा हुआ कि इनमें से 16 लड़कियों के साथ बालिका गृह में बलात्कार हुआ था.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सेवा संकल्प एवं विकास समिति के इस बालिका गृह के संचालक बृजेश ठाकुर और विनीत कुमार शामिल हैं. इन दोनों के अलावा बालिका गृह में काम कर रही 7 महिलाओं को भी गिरफ्तार किया गया है.
उधर जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक व बिहार के मधेपुरा से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने सोमवार को लोकसभा के मॉनसून सत्र में मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण कांड को उठाया. साथ ही इस मामले में सीबीआई जांच कराने की मांग की. लोकसभा में सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर, छपरा और हाजीपुर समेत बिहार के कई बाल गृह केंद्रों में लड़कियों के साथ रेप और छेड़छाड़ के हतप्रभ कर देने वाले मामले सामने आए हैं.
उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन की तरफ से इन मामलों में जरूरी कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने केंद्र से इस मामले में दखल देने की मांग की. सांसद ने कहा कि वह इस मामले को हाईकोर्ट में लेकर जाएंगे