शरणार्थियों को नागरिकता दने के लिए केंद्र ने असम सहित देश के सभी राज्यों को लिखा पत्र – असम के पूर्व मुख्यमंत्री प्रफुल कुमार महंत का दावा
गुवाहाटी
असम के पूर्व मुख्य मंत्री प्रफुल कुमार महंत द्वारा किया गया दावा आने वाले दिनों में राज्य में राजनैतिक उथल पुथल ला सकता है. महंत ने दावा किया है कि गृह मंत्रालय द्वारा असम सहित सभी राज्यों को एक पत्र लिखा गया है जिस में 6 वर्षों से अधिक समय से रह रहे लोगों को नागरिकता देने की बात कहे गयी है.
पूर्व मुख्यमंत्री व अगप AGP के वरिष्ट नेता प्रफुल्ल कुमार महंत ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह दावा किया है कि केद्रीय गृह मंत्रालय से असम सहित देश के सभी राज्यों को एक गोपनीय पत्र भेजा गया है. बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री महंत ने कहा है कि पत्र में असम में छह वषों तक शरणार्थी के रूप में रहने वाले लोगों को नागरिकता देने की बात कही गई है.
बता दें कि इससे पहले भी राज्य में एनआरसी प्रबंधन को भी गोपनीय पत्र भेजे जाने की खबरें प्रकाश में आई थी.
महंत ने कहा कि पत्र में नागरिकता कानून के उलंघन का भी जिक्र है. हालांकि महंत ने राजनीतिक कारणों से पत्र में लिखी बातों का विस्तार से जानकारी नहीं द. उन्होंने कहा कि केंदीय गृह मंत्रालय ने एनआरसी प्रबंधन को भी चिट्ठी लिखी थी. उन्होंने कहा कि समय आने पर वे इसका खुलासा करंगे. उन्होंने कहा कि केद्रीय सरकार ने असम विरोधी निर्णय लिया है. इस मामले में राज्य के सभी दल संगठनों को एक होने की जरूरत है .