शिलोंग
देश के पूर्वोत्तर राज्यों में आज क्रिसमस बड़े धूमधाम से मनाया गया। भारी संख्या में लोग गिरजाघर पहुंचकर विशेष प्रार्थनाएं की और ईसा मसीह की स्तुति की। क्रिसमस के मौके पर लोगों ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं और उपहार भेंट किए।
बता दें कि पूर्वोत्तर राज्य मेघालय, मिजोरम, नागालैंड समेत असम, मणिपुर, अरुणाचल, और त्रिपुरा में भी बड़ी संख्या में ईसाई लोग रहते हैं। सभी सात राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्रियों ने अपने राज्यों के लोगों को क्रिसमस के मौके पर अपनी शुभकामनाएं दी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा सभी राज्यों को क्रिसमस के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने की एडवाइजरी भी जारी की गई थी। दरअसल यह एडवाइजरी कुछ आसमाजिक तत्वों द्वारा हाल ही में ईसाई समुदाय के सदस्यों को त्योहार का जश्न मनाने के खिलाफ धमकी देने के बाद जारी की गई।
मेघालय में गिरजाघरों को सजाने के अलावा, घंटियों और रोशनी के साथ क्रिसमस ट्री घरों और सड़कों पर लगाए गए। क्रिसमस के जश्न के हिस्से के रूप में सड़कों को रोशनी से सजा दिया गया। यह समारोह रविवार रात से गिरजाघरों की सेवाओं और फैलोशिप के साथ शुरू हुआ, जहां मंडलियों ने क्रिसमस के गीत गाए।
ईसाई-प्रभुत्व वाले राज्य नागालैंड में भी उत्सव की भावना मैदानों, पहाड़ियों और घाटियों के लोगों में जबरदस्त रही क्योंकि क्रिसमस का जश्न यहां गिरजाघरों की घंटी के साथ मध्यरात्रि से ही शुरू हो गया था। राज्य के कोहिमा, दिमापुर, मोकोकचुंग और अन्य शहरों व गांवों में गिरजाघरों, निजी और सरकारी भवनों, स्कूलों और घरों को सजाया गया था।
जहां में त्रिपुरा के अगरताला में लोग रविवार रात से ही क्रिसमस का जश्न मना रहे हैं, वहीं मणिपुर में भी ईसाई समुदाय आनंद और धार्मिक उत्साह के साथ क्रिसमस मना रहा है।
बता दें कि मिजोरम, नागालैंड और मेघालय में गिरजाघर समाज के जीवन और संस्कृति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।