अगरतला
त्रिपुरा में घुसपैठ में अंकुश लगाने के लिए भारत-बांग्लादेश सीमा के पास छोटी नदियों के बाड़ रहित हिस्सों में लेजर की दीवारें खड़ी करने पर सीमा सुरक्षा बल तेजी से विचार कर रहा है. लेजर की दीवारें खड़ी कर देने से संवेदनशील इलाकों में सीमा को पूरी तरह चाक -चौबंद बनाने में मदद मिलेगी.
हालांकी यह प्लान अभी अपने शरुआती दौर में है. अब तक इस प्लान को अंतिम रूप नहीं दिया गया है.
बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार अंतरराष्ट्रीय सीमा की रक्षा के लिए सुरक्षा बल अब तक सेंसर उपकरणों, फ्लड लाइटों और रात के वक्त देखने में मदद करने वाले चश्मों का इस्तेमाल करते रहे हैं, लेकिन लेजर की दीवारें खड़ी कर देने से संवेदनशील इलाकों में सीमा की सुरक्षा करने में पूरी मदद मिलेगी.
बता दें की असम के धुबड़ी के संवेदनशील इलाकों में ऐसी ही एक परियोजना पूरी होने वाली है.धुबड़ी में परियोजना एक बार सफल हो जाने के बाद बीएसएफ के आला अधिकारी इसकी उपयोगिता का आकलन करेंगे और फिर त्रिपुरा में इस मॉडल को लागू करने को लेकर फैसला करेंगे.