कोकराझाड़ में सीमांत चेतना मंच की चिंतन बैठक

कोकराझाड़
भारत-भूटान अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर काम करने वाले सीमांत चेतना मंच के कार्यकर्ताओं की अखिल भारतीय सीमा चिंतन बैठक का आयोजन किया जाएगा| दो दिवसीय इस बैठक का आयोजन 8 और 9 फ़रवरी को कोकराझाड़ में होगा|
बीटीसी प्रशासन के सहयोग से सीमांत चेतना मंच : पूर्वोत्तर द्वारा आयोजित होने जा रहे इस बैठक में भूटान की सीमा से सटे चार राज्यों के प्रतिनिधियों समेत बीटीएडी के सभी चार जिलों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे|
उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि असम के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित उपस्थित रहेंगे| वहीँ सम्मानित अतिथि के रूप में बीटीसी प्रमुख हग्रामा मोहिलारी मौजूद होंगे, जबकि चयनित प्रवक्ता के तौर पर उपस्थित होंगे आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचारक उल्लाश कुलकर्णी|
कार्यक्रम के अंतिम दिन असम के मंत्री रंजित दत्त, बीटीसी के उप मुख्य कामपा बरगयारी और विधायक चंदन ब्रह्म भी शिरकत करेंगे| सीमांत चेतना मंच के राष्ट्रीय संयोजक गोपालकृष्णा और कोऑर्डिनेटर प्रदीपन और मुरली भी मौके पर उपस्थित रहेंगे|
कोकराझाड़ प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में मंच के अध्यक्ष डॉ. कमलाकांत सहरिया ने कहा कि सीमांत चेतना मंच : पूर्वोत्तर के तीन लक्ष्य है| अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा में मदद करना, आम लोगों को अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं से संबंधित मुद्दों के प्रति जागरूक करना और उन इलाकों में विकास कार्यक्रमों को लागू करने में सहयोग करना|
उन्होंने कहा कि सीमांत चेतना मंच यह समझती है कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा दोनों देशों की संपत्ति होती है इसलिए विकास के हक में दोनों को मिलजुलकर काम करना चाहिए| उन्होंने कहा कि चिंतन बैठक का आयोजन भाईचारे, आपसी समझ-बुझ, शांति, राष्ट्रवाद आदि की बुनियाद पर आयोजित होने जा रही है|
भारत और भूटान के बीच 699 किलोमीटर की अंतर्राष्ट्रीय सीमा है जिसमें से असम के साथ 267 किलोमीटर जबकि अरुणाचल प्रदेश के साथ 217, पश्चिम बंगाल के साथ 183 किलोमीटर और सिक्किम के साथ 32 किलोमीटर इलाका सटा हुआ है|