नई दिल्ली
पीएनबी घोटाला में सीबीआई ने आज तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. यह तीन लोग हैं बैंक के पूर्व डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी , पीएनबी कर्मचारी मनोज खरट और नीरव मोदी ग्रुप के हेमंत भट. गोकुलनाथ शेट्टी पर बिना गारंटी नीरव मोदी को लोन देने का आरोप है.
सीबीआई अधिकारियों के अनुसार , एजेंसी ने मोदी, उसकी कंपनियों और रिश्तेदार मेहुल चोकसी के खिलाफ 31 जनवरी को दर्ज की गई अपनी एफआईआर के तहत इन तीनों को हिरासत में लिया गया है.
गोकुलनाथ शेट्टी पंजाब नेशनल बैंक की मुंबई ब्रांच का पूर्व डिप्टी मैनेजर है और उसी के कहने पर पीएनबी की ओर से गारंटी दी गई जबकि गारंटी देने की जानकारी पीएनबी के सिस्टम को नहीं थी. गोकुलनाश शेट्टी पिछले साल रिटायर हो चुका है. उस पर ये आरोप है कि उसने बिना बैंक को बताए उसकी गारंटी पर डायमंड किंग नीरव मोदी और गीतंजलि जेम्स के प्रमोटर मेहुल चौकसी को विदेश से भी लोन दिलाए. पीएनबी की गारंटी पर एक्सिस बैंक और इलाहाबाद बैंक ने भी पैसे दिए.
माना जा रहा है कि गोकुलनाथ शेट्टी की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. गौरतलब है कि अब तक 20 के करीब पीएनबी के कर्मचारियों पर कार्रवाई हो चुकी है. उधर नीरव मोदी की तलाश में सीबीआई ने इंटरपोल से भी मदद मांगी है.
पीएनबी घोटाले की चर्चा 4 दिन से चल रही है और इस मामले को लेकर कल बेहद बड़ी राजनीतिक उठापठक भी देखने को मिली. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कल कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्पोरेट अफेयर मिनिस्ट्री, प्रवर्तन निदेशालय, सीरीयस फ्रॉड इनवेस्टिगेटिव ऑफिस, सेबी, महाराष्ट्र सरकार और गुजरात सरकार को सात मई 2015 से इस पूरे घोटाले की जानकारी थी.