प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया देश के सबसे बड़े धोला-सदिया पुल का उद्घाटन
डिब्रूगढ़
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एशिया के दूसरे और देश के पहले सबसे लंबे पुल धोला-सदिया का औपचारिक उद्घाटन किया| कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह 10.05 बजे मोदी डिब्रूगढ़ के मोहनबाड़ी हवाई अड्डा पहुंचे और वहां से सीधे धोला रवाना हो गए|
केंद्र सरकार के 3 साल और राज्य सरकार के एक साल की वर्षगाँठ के मौके पर असम आए प्रधानमंत्री ने 9.15 किलोमीटर लंबे पुल का उद्घाटन करने के बाद कुछ समय केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, असम के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित, मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल समेत पुल पुल पर पैदल चलकर प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ़ उठाया|
इसके बाद मोदी ने जनसभा में हिस्सा लेकर धोला-सदिया पुल को देश का अत्यंत महत्वपूर्ण परियोजना करार दिया| धोला-सदिया पुल के उद्घाटन कार्यक्रम को एक उत्सव बताते हुए प्रधानमंत्री ने सभी से अपना मोबाइल फोन ऑन कर कार्यक्रम का सीधा प्रसारण करने का आह्वान किया|
असम के साथ संबंधों के बारे में बताते हुए मोदी ने कहा, “मैं कृष्ण की जन्मभूमि द्वारका का संतान और रुक्मिणी कुंटिल नगर में आया हूँ| सदिया के साथ भगवान कृष्ण का संबंध है|” उन्होंने साथ ही कहा, “इस पुल का अनुमोदन अटल बिहारी सरकार के कार्यकाल में दिया गया था| तत्कालीन विधायक जगदीश भूयां ने पुल निर्माण का अनुरोध किया था| लेकिन कांग्रेस की वजह से पुल का निर्माण कार्य अधर में लटक गया| यदि 2004 में बीजेपी की सरकार पुनः बनती तो पुल का निर्माण कार्य एक दशक पहले ही पूरा हो जाता| आधुनिक भारत का सपना देखने वाल अटल बिहारी वाजपेयी के सभी सपनों को वास्तविक रूप देने का प्रयास जारी है|”
मोदी ने कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और डोनर मंत्री सीपी ठाकुर के अनुमोदन पर सन 2011 में राज्य की तत्कालीन सरकार के सहयोग से हैदराबाद की नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड ने यह पुल बनाया है| तक़रीबन 10 हजार करोड़ की लागत से निर्मित 9.15 किलोमीटर लंबे इस पुल को प्रधानमंत्री ने डॉ. भूपेन हजारिका के नाम समर्पित किया|