पढ़िए CAA को लेकर पीएम मोदी ने रामलीला मैदान से क्या कहा
पीएम ने कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि ये लोग किस तरह अपने स्वार्थ के लिए, अपनी राजनीति के लिए किस हद तक जा रहे हैं,
नई दिल्ली
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को ले कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी PM Modi ने आज दिल्ली के रामलीला मैदान से सीधा संदेश दिया। उन्होंने विपक्ष पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए साफ कहा कि कुछ लोग CAA को गरीबों के खिलाफ बता रहे हैं, कह रहे हैं कि जो लोग आएंगे वो यहां के गरीबों का हक छीन लेंगे।
पीएम ने कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि ये लोग किस तरह अपने स्वार्थ के लिए, अपनी राजनीति के लिए किस हद तक जा रहे हैं, ये आपने पिछले हफ्ते भी देखा है। जो बयान दिए गए, झूठे विडियो, उकसाने वाली बातें कही गईं, उच्च स्तर पर बैठे लोगों ने सोशल मीडिया में डालकर भ्रम और आग फैलाने का गुनाह किया है।
उन्होंने कहा कि स्कूल बसों पर हमले हुए, ट्रेनों पर हमले हुए, मोटर साइकिलों, गाड़ियों, साइकिलों, छोटी-छोटी दुकानों को जलाया गया है। भारत के ईमानदार टैक्सपेयर के पैसे से बनी सरकारी संपत्ति को खाक कर दिया गया है। इसके बाद इनके इरादे कैसे हैं, ये देश अब जान चुका है।
मोदी ने कहा कि मैं इन लोगों को कहना चाहता हूं कि मोदी को देश की जनता ने बैठाया, ये अगर आपको पसंद नहीं है, तो आप मोदी को गाली दो, विरोध करो, मोदी का पुतला जलाओ लेकिन देश की संपत्ति मत जलाओ, गरीब का रिक्शा मत जलाओ, गरीब की झोपड़ी मत जलाओ।
पीएम ने कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाया कि वह सीएए CAA पर झूठ बोलकर अफवाह फैला रही है और मुसलमानों को डरा रही है। उन्होंने कहा, ‘इस बिल के पास होने के बाद कुछ राजनीतिक दल अफवाहें फैलाने में लगे हैं। वे लोग भ्रमित कर रहे हैं, भावनाओं को भड़का रहे हैं।’ मोदी ने कहा, ‘मैं इन भ्रम फैलाने वाले, झूठ बोलने वालों से पूछना चाहता हूं कि जब मैंने दिल्ली की सैकड़ों कॉलोनियों को वैध किया तो क्या किसी से पूछा था कि आपका धर्म क्या है, आपकी आस्था क्या है, आप किस पार्टी को वोट देते हैं, आप किस पार्टी के समर्थन हैं? क्या हमने आपसे कोई सबूत मांगे थे? 70 का सबूत लाओ, 75 का सबूत लाओ, 80 का सबूत लाओ, क्या हमने मांगा था?’
पीएम ने कहा कि कांग्रेस और अर्बन नक्सलियों द्वारा उड़ाई गई डिटेंशन सेंटर की अफवाह सरासर झूठ है। जो हिंदुस्तान की मिट्टी के मुसलमान हैं, उनसे नागरिकता कानून और NRC दोनों का ही कोई लेना-देना नहीं है। पीएम ने कहा कि कांग्रेस और उसके साथी, शहरों में रहने वाले कुछ पढ़े लिखे अर्बन नक्सल, ये अफवाह फैला रहे हैं कि सारे मुसलमानों को डिटेंशन सेंटर में भेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ तो अपनी शिक्षा की कद्र करिए। एक बार पढ़ तो लीजिए नागरिकता संशोधन ऐक्ट क्या है।
बता दें कि CAA के अस्तित्व में आने के बाद 12 दिसंबर को असम और मेघालय में शुरू हुआ विरोध-प्रदर्शन धीरे-धीरे पूरे देश में फैल गया और ज्यादातर जगहों पर इसने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया।
प्रदर्शन के दौरान बंगाल से लेकर केरल तक हिंसा हुई, प्रदर्शनकारियों ने आगजनी की, सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया और पुलिस वालों पर जमकर पत्थरबाजी की। गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) पर चर्चा के दौरान भी कई बार कहा कि इसमें किसी को नागरिकता देने के प्रावधान किए गए हैं, किसी की नागरिकता लेने के लिए।