घनत्व के हिसाब से ओरांग के देश में शीर्ष पर रहने की संभावना
मंगलदै
राजीव गांधी ओरांग राष्ट्रीय उद्यान में इस वर्ष बाघों की संख्या में खासी बढ़ोतरी होने के साथ ही घनत्व के हिसाब से देश में शीर्ष स्थान पर रहने की संभावना है| वन विभाग की ओर से गत 10 फरवरी से 10 मार्च तक अपने स्तर पर बाघों की गणना का कार्य किया गया|
ओरांग राष्ट्रीय उद्यान को हाल ही में वर्ष 2016 में देश का 49 वां ओरांग टाइगर रिजर्व के रूप में सूचीबद्ध किया गया था| गत एक महीने में 72 उच्च गुणवत्ता संपन्न कैमरा द्वारा किए गए गणना कार्य में इस उद्यान के लिए एक बड़ा समाचार प्राप्त होने की संभावना है|
लगभग 80 वर्ग किलोमीटर भूखंड में फैले इस उद्यान के रेंजर चक्रपाणी राय ने बताया कि सर्वप्रथम वन विभाग ने अपने स्तर पर बाघों की कैमरा ट्रैपिंग कर गणना करने के उद्देश्य से उद्यान में कुल 72 कैमरे लगाए और शुरुआत के 15 दिनों में ही 72 में से 70 कैमरों में बाघ के चित्र आए|
इन चित्रों की अंतिम गणना एनटीसीए में होगी, लेकिन इस माह के कैमरे में आई फोटो देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस वर्ष बाघों की संख्या में खासी बढ़ोतरी होगी और ऐसा भी हो सकता है कि घनत्व के हिसाब से ओरांग देश में शीर्ष स्थान पर कायम हो| साथ ही प्रारंभिक जांच के बाद रेंजर ने बताया कि अब तक 40 से अधिक बाघ और 6 महीने से छोटे 10 से अधिक बाघ के बच्चे होने का अनुमान है| वैज्ञानिक रूप से अगर यह सच हुआ तो कॉर्बेट टाइगर रिजर्व और काजीरंगा टाइगर रिजर्व भी ओरांग से घनत्व के आधार पर पीछे रह जाएगा|
वर्ष 2010 में ओरांग में बाघ का घनत्व 17.68 प्रति 100 वर्ग किलोमीटर था, जबकि कॉर्बेट का घनत्व 17.83 प्रति 100 वर्ग किलोमीटर था| इस तरह ओरांग मात्र 0.15 से पिछड़ा हुआ था|