शिलांग
कांग्रेस को पूर्वोत्तर से जड़ से उखाड़ फेंकने के क़सम खाने वाले असम के स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी नेता हिमंत बिस्वा शर्मा ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर तंज़ कसते हुए कहा है कि राहुल में अभी भी मैचीयूरिटी नज़र नहीं आती है.
राहुल ने मेघालय में सरकार बनाने को कोई आंकलन किए बिना पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को शिलांग भेज दिया जो सरकार बनाने में विफल हुए जो की एक तरह से उन वरिष्ठ नेताओं का अपमान है .
#WATCH BJP's Himanta Biswa Sarma says Rahul Gandhi sent four senior leaders of the party to Shillong without any calculations on government formation. I don't see maturity in him. pic.twitter.com/c8TdDewBef
— ANI (@ANI) March 4, 2018
हिमंत बिस्वा शर्मा का बयान उस समय आया जब राज्य में सरकार बनाने का दावा कांग्रेस के साथ ही नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के गठबंधन ने किया था. जिसके बाद मेघालय के राज्यपाल ने एनपीपी के गठबंधन को सरकार बनाने का न्योता दिया है.
बता दें कि एनपीपी के गठबंधन में भाजपा, यूडीपी, एचएसपीडीपी, पीडीएफ और एक निर्दलीय सहित 34 विधायकों का समर्थन हासिल है. इस गठबंधन का नेतृत्व कोनराड संगमा कर रहे हैं.
रविवार शाम को कोनराड संगमा ने राज्यपाल के सामने अपने समर्थक 34 विधायकों की परेड कराई. जिसके बाद राज्यपाल गंगा प्रसाद ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया. जानकारी के अनुसार मेघालय में 6 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ कोनराड संगमा ले सकते हैं.
वैसे, कांग्रेस ने भी यूडीपी से समर्थन के लिए संपर्क किया था लेकिन बात नहीं बनी. राज्यपाल के साथ गठबंधन पार्टियों की बैठक से पहले कांग्रेस ने गवर्नर को एक पत्र सौंपा था जिसमें उसने मुकुल संगमा को मेघालय कांग्रेस की विधानसभा पार्टी का नेता घोषित किया था.
कांग्रेस के हाथों से बाजी निकलते देखकर पार्टी के तीन वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, कमलनाथ और मुकुल वासनिक दोपहर को ही शिलांग छोड़ चुके थे.