एनएफ रेलवे ने किया ट्रेन हादसों में कमी का दावा
गुवाहाटी
एक प्रेस विज्ञप्ति के जरिए एनएफ रेलवे ने पिछले कुछ सालों में ट्रेन हादसों में कमी आने का दावा किया है| एनएफ रेलवे ने कहा है कि वर्ष 2014-15 में जहाँ 135 ट्रेन दुर्घटनाएं हुई थी वहीँ 2015-16 में 107 हादसे हुए| 2016-17 में यह आंकड़ा 104 दर्ज किया गया|
चालू साल 2017-18 में भी ट्रेन दुर्घटनाओं में कमी आई है| प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार Accidents per million train kilometers (APMTKMs) जो कि सुरक्षा जांचने का अंतर्राष्ट्रीय मानक है उसमें भी 2006-07 में 0.23 के मुकाबले 2016-17 में 0.09 की कमी आई है|
2017-18 में राष्ट्रीय रेल संरक्षण कोच नामक रेलवे से जुड़े सुरक्षा कार्यों के लिए एक कोष का गठन किया गया| 2017-18 के आनुमानिक बजट में इस कोष के तहत 20,000 रुपयों का प्रावधान रखा गया, जिसमें 5000 करोड़ बजट सपोर्ट, 10,000 करोड़ सेंट्रल रोड फंड और 5000 करोड़ रेलवे आतंरिक संसाधन शामिल है|
रेल बजट 2016-17 में मिशन जीरो एक्सीडेंट को एक मिशन के तौर पर घोषित किया गया था, जिसमें दो सब-मिशन थे|
पहला, अगले 3-4 साल में ब्रॉड गेज पर बने खुले रेलवे फाटकों को हटाना| और दूसरा, TCAS (Train Collision Avoidance System), इस तकनीक के द्वारा ट्रेनों को आपस में टकराने से बचाना|
एक अप्रैल 2017 के आधार पर भारतीय रेलवे में 27181 रेलवे लेवल क्रासिंग हैं जिनमें से 19480 मानव चालित और 7701 खुले हुए फाटक है| 7701 खुले फाटकों में से 4943 ब्रॉड गेज पर बने हुए हैं| वर्ष 2020 तक ब्रोड गेज पर बने खुले फाटकों को हटाने की योजना है|