चाय मजदूरों के लिए मोबाइल मेडिकल यूनिट का शुभारंभ
गुवाहाटी
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने मंगलवार को चाय मजदूरों के लिए मोबाइल मेडिकल यूनिट का शुभारंभ किया| इस मौके पर उन्होंने कहा कि असम की पहचान चाय है और इस चाय को उपजाने वाले मजदूरों के बारे में पिछले 70 सालों में किसी ने सोचने का भी काम नहीं किया|
जीएमसी प्रेक्षागृह में मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और स्वास्थय मंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा की उपस्थिति में चाय बागानों के मजदूरों और परिजनों के लिए मोबाइल अस्पताल की शुरुआत करते हुए नड्डा ने कहा कि आजादी के बाद से हाशिए पर खड़े ऐसे लोगों के लिए कुछ करना ही वास्तविक विकास है और सरकार की योजनाओं की शुरुआत ऐसे लोगों से ही होनी चाहिए|
उन्होंने इसे ऐतिहासिक दिन बताते हुए कहा कि चाय बागानों की गर्भवती महिलाओं में खून की कमी के कारण मृत्यु दर काफी अधिक है और यह मोबाइल यूनिट बागानों में बुनियादी स्वास्थय सुविधा बहाल करने के साथ मृत्यु दर को कम करेगी|
80 मोबाइल वाहनों को हरी झंडी दिखाने से पहले नड्डा ने कहा कि 320 बागानों में मोबाइल यूनिट चाय मजदूरों को चरणबद्ध तरीके से स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराएगी|
इस मौके पर मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा कि केंद्र के सहयोग से उनकी सरकार चाय बागानों में विकास की पौध लगाने की कोशिश कर रही है और वहां के समाज को स्वास्थ्य और शिक्षा की बुनियादी सुविधाओं के साथ उनके चहुँमुखी विकास के लिए कदम उठा रही है|
वहीँ स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि चाय श्रमिकों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाना बागन प्रबंधन का काम है, लेकिन उनके द्वारा न किए जाने के कारण सरकार कर रही है| उन्होंने बताया कि हर मोबाइल यूनिट में दो गाड़ियाँ होंगी, जिसमें एक चिकित्सा उपकरण और दूसरे में चिकित्सक और चिकित्सा कर्मी होंगे|