इंदौर
दिल्ली के निर्भया काण्ड के बाद मध्य प्रदेश के मंदसौर में सात साल की मासूम बच्ची के साथ गैंगरेप की घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है . जहां दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग तेज हो रही है वहीं मासूम बच्ची की मां ने भी आरोपियों को फांसी देने की मांग की है.
पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है की आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने से पहले पूरी प्लान तैयार की थी. पुलिस जांच में यह बात सामने आयी है कि आरोपियों ने जानबूझकर उस बच्ची को चुना जो कम उम्र की हो और रेप का विरोध न कर सके. केवल इतना ही नहीं, इस हैवानियत को अंजाम देने से पहले वह लंबे समय से स्कूल के मासूम बच्चों पर नजर रख रहे थे.
पुलिस ने अपने चौंका देने वाले खुलासे में बताया कि आरोपियों ने बच्ची के बर्बरता की पूरी प्लानिंग की थी. इतना ही नहीं, आरोपियों ने गैंगरेप के बाद काफी देर उन वस्तुओं की तलाश की जिससे उसके प्राइवेट पार्ट्स को नुकसान पहुंचाया जा सके. गला काटने के बाद दोनों आरोपी कथित रूप से शराब पी रहे थे, जबकि बच्ची का खून बह रहा था.
मामले में शुक्रवार को मंदसौर पुलिस ने गैंगरेप की घटना के दूसरे आरोपी को दबोच लिया है. मामले में पकड़े गये पहले आरोपी इरफान ने पुलिस पूछताछ में बताया कि बच्ची से रेप की वारदात में उसके साथ मंदसौर के मदरपुरा का रहने वाला आसिफ भी शामिल था.
एसपी मनोज सिंह ने दूसरे आरोपी के संबंध में बताया कि एक स्कूली बच्चे ने लड़की का अपहरण करने वाले दूसरे आरोपी को देखा था जो नारंगी रंग की टी-शर्ट पहने हुए था. सीसीटीवी फुटेज में इरफान नीले रंग की शर्ट पहने नजर आया था. जांच के दौरान इरफान ने स्वीकार किया कि उसने अपने मित्र आसिफ के साथ मिलकर इस हैवानियत को अंजाम दिया. हमने उसे तत्काल गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि शाम करीब 5 बजे आसिफ स्कूल के गेट के पास घूमने लगा और मासूम बच्ची पर नजर रख रहा था. उसने कैंडी और स्नैक्स देकर बच्ची को लालच दिया कि यदि वह उसके साथ चलेगी तो और ज्यादा खाने को मिलेगा. इसके बाद बच्ची आसिफ के साथ चल दी और बाद में इरफान भी उसके साथ मिल गया. वे लोग बच्ची को एक सुनसान जगह पर ले गए और करीब दो घंटे तक गैंगरेप किया.
इधर, मासूम बच्ची अभी भी हॉस्पिटल में जिंदगी की जंग लड़ रही है. उसकी कई सर्जरी की गयी है. हालांकि बच्ची की मां ने बताया कि वह बातचीत कर रही है और खाने को मांग रही है.
मामले को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आरोपियों को दरिंदा बताया और कहा कि ये दरिंदे धरती पर बोझ हैं, ये धरती पर जीवित रहने के लायक नहीं हैं. आगे उन्होंने कहा कि रेप के मामलों में हमने प्रदेश में फास्ट ट्रैक अदालत में कार्यवाही करने के प्रावधान किये हैं. सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट से भी इस प्रकार के प्रावधान करने का अनुरोध हमने किया है ताकि इस तरह के अपराध करने वाले आरोपियों के खिलाफ शीघ्र अदालती कार्यवाही कर उन्हें फांसी पर लटकाया जा सके.