असम एक बार फिर बाढ़ के चपेट में है. माजुली समेत राज्य के 6 जिलों में करीब डेढ़ लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.
गुवाहाटी
अरुणाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों के जलस्तर बढ़ने से असम के कम-से-कम छह जिले बाढ़ बाढ़ के चपेट में आ गए हैं. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार बाढ़ के ताज़ा घटना में 1.5. लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने एक रिपोर्ट में कहा है कि धेमाजी, लखीमपुर, विश्वनाथ, बारपेटा, माजुली और डिब्रूगढ़ जिले बाढ़ की चपेट में हैं.
हालांकि कि बाढ़ में अभी तक किसी के मरने की खबर नहीं आयी है. बाढ़ की वजह से 1,38,985 लोग प्रभावित हुए हैं और बड़े पैमाने पर खेती भी प्रभावित हुई है. छह जिलों के 264 गांव बाढ़ की चपेट में हैं. इस बार की बाढ़ से 8895.61 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है
उधर केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार ब्रह्मपुत्र डिब्रुगढ़, जोरहाट के निमातीघाट और शोणितपुर जिले के तेजपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
वहीं धनसिरी नदी गोलाघाट के नुमलीगढ़ में, जियाभराली शोणितपुर के जिंग में और पुठीमारी कामरूप में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
बता दें कि अरुणाचल में हुई तेज बारिश से राज्य की नदियां उफान पर है. बीते दिनों उफान मारती ब्रह्मपुत्र नदी में एक मोटर बोट के पलटने के कारण एक बडा हादसा हो गया था. बोट के पलटने के कारण सभी यात्री पानी में बह गए थे. दो छात्राओं के शव तो गोताखोरों को मिल गए थे. जबकि दो दर्जन से अधिक लोग लापता हो गए थे. इस हादसे से सीख लेते हुए सरकार ने भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए बारिश के दिनों में नदियों में इंजन चलित नावों के संचालन पर भी रोक लगा दी है.