गुवाहाटी साहित्य महोत्सव, Book Exchange Counter में बदला बस स्टॉप
गुवाहाटी
गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र साहित्य महोत्सव के दौरान एक बस स्टॉप को Book Exchange Counter का रूप दिया गया| इसका उद्देश्य था पढ़ाई के फायदों के प्रति लोगों को जागरूक बनाना| स्टाल के रूप में तब्दील बस स्टॉप पर बैनर टंगा हुआ था जिसमें लिखा था, ‘The world belongs to those who read books’, is not a conventional book shop but more of an exchange counter named, ‘My Bookstore… Bring a book, Take a book’.
स्टाल के मालिक अनूप खन्ना ने कहा कि चूँकि शहर में लोगों के यातायात का मुख्य साधन यहाँ की लोकल बसें है इसलिए हमने सोचा की इस तरह यहाँ स्टाल लगाकर हम लोगों का ध्यान किताबों की ओर आकर्षित कर पाएंगे| पुस्तक प्रेमियों द्वारा लिखे गए कई संदेश भी स्टाल की शोभा बढ़ा रहे थे| किसी ने लिखा, “मुझे पुस्तकों से प्रेम है क्योंकि ये धोखा नहीं देती| मुझे जब भी इनकी जरुरत होती है ये मेरे साथ होती है|”
प्रिया कम्युनिकेशन की इस पहल ने विनिमय प्रथा को पुनः जीवंत किया है जिसमें लोग अपनी पढ़ी हुई पुस्तक को नई पुस्तकों से अदला-बदली कर सकते है|
खन्ना ने कहा कि कम खर्च में यह एक अच्छी पहल है| सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए| इसी तरह की पहल सभी जिलों में क्यों नहीं हो सकती?
तीन दिवसीय साहित्य महोत्सव के दौरान पहले दो दिनों में ही 200 से अधिक पुस्तकों की अदला-बदली हुई| हिंदी, अंग्रेजी और असमिया की पुस्तकों की इस दौरान अदला-बदली की गई|
नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा आयोजित ब्रह्पुत्र साहित्य महोत्सव का शुक्रवार को समापन हो गया|