25 दिसंबर 2017 को होगा बोगीबील पुल का उद्घाटन – राजेन गोहाई
गुवाहाटी
25 दिसंबर 2017 को बोगीबील पुल का उद्घाटन किया जाएगा| यह घोषणा दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान रेल राज्य मंत्री राजेन गोहाई ने की है|
बोगीबील पुल असम के धेमाजी और डिब्रूगढ़ जिले के बीच सड़क व रेलवे पुल है| यह पुल डिब्रूगढ़ शहर को नदी के दक्षिण और धेमाजी को नदी के उत्तर दिशा से जोड़ता है|
बोगीबील पुल असम-अरुणाचल प्रदेश की सीमा से महज 20 किलोमीटर दूर स्थित है, जिस वजह से इसे तेजपुर पुल का विकल्प माना जा रहा है जो कि ऊपरी असम और अरुणाचल प्रदेश में रहने वाले 5 मिलियन लोगों के संपर्क का जरिया है| यह पुल ब्रह्मपुत्र के उत्तर किनारे रंगिया-मुर्कोंगसेलेक रेलवे लाइन को जबकि ब्रह्मपुत्र के दक्षिण किनारे लमडिंग-डिब्रूगढ़ रेलवे लाइन को जोड़ता है|
1985 के असम समझौते से बोगीबील पुल अस्तित्व में आया था और इस समझौते के मुताबिक यह असम की कई बड़ी ढांचागत परियोजनाओं में से एक है| 1997-98 में जब एच.डी. देवेगोड़ा प्रधानमंत्री थे उसी समय इस पुल के निर्माण की मंजूरी मिली थी और इसका निर्माण कार्य नौवे पंच वर्षीय योजना के अंत तक पूरा होने की उम्मीद थी| हालांकि 2002 में ही पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ| तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 21 अप्रैल 2002 में पुल की नींव रखी|
कई साल तक धीमी गति से निर्माण कार्य आगे बढ़ने के बाद सन 2007 में भारत सरकार ने बोगीबील पुल को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दे दिया| मौजूदा केंद्रीय वित्त मंत्रालय इस परियोजना का 75 फीसदी खर्च उठा रहा है, शेष खर्च रेल मंत्रालय वहन करेगा|