बोड़ोलैंड की मांग में 10 मार्च को अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल
कोकराझाड़
अलग बोड़ोलैंड की मांग में 10 मार्च से असम के विभिन्न बोड़ो समुदाय अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठने जा रहे है| इस दौरान रेल और सड़क अवरोध से भी विरोध जताया जाएगा| अखिल बोड़ो छात्र संघ और नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोड़ोलैंड (प्रोग्रेसिव) के नेतृत्व में बीटीसी के चिरांग, कोकराझाड़, उदालगुड़ी और बाग्सा जिले में बोड़ो समुदाय के लोग भूख हड़ताल पर बैठेंगे|
10 मार्च को अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल के बाद मार्च महीने के ही अंत में 24 घंटे के रेल और राष्ट्रीय राजमार्ग अवरोध का कार्यक्रम है| इस सिलसिले में आब्सू(पी), एनडीएफबी (एस) और पीपुल ज्वाइंट एक्शन कमिटी फॉर बोड़ोलैंड मूवमेंट ने मिलकर विज्ञप्ति जारी किया है|
विज्ञप्ति के मुताबिक बोड़ो संगठन अप्रैल महीने में जेल भरो और मई में असम सरकार के साथ असहयोग आंदोलन करेंगे| जब तक निर्धारित समय पर बोड़ो समस्या को नहीं सुलझाया जाता तब तक बोड़ो आंदोलन जारी रहेगा|
आब्सू का कहना है कि मौजूदा एनडीए सरकार बोड़ो लोगों को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रही है इसलिए हमें अपना आंदोलन और तीव्र करना पड़ रहा है| उनका कहना है कि यह समस्या तब तक नहीं सुलझेगी जब तक केंद्र सरकार 2014 में किए अपने वादे के अनुसार बोड़ोलैंड राज्य का गठन नहीं करती|
आब्सू अध्यक्ष प्रमोद बोड़ो ने कहा, “आजादी के 70 साल बाद भी राज्य बोड़ो लोगों की पहचान, उनकी संस्कृति, भाषा की सुरक्षा नहीं कर पाया है| बोड़ो लोग वृहत्तर भारतीय समुदाय के अभिन्न अंग है और संविधान की परिधि में आते है|”