असम समझौते पर 17 मार्च को 28 जनजातीय संगठनों की संयुक्त सभा
गुवाहाटी
सिलापथार कांड के बाद असम समझौते को लागू करने की जोर-शोर से उठ रही मांग पर अब आगामी 17 मार्च को 28 जनजातीय संगठनों के साथ गुवाहाटी में संयुक्त सभा की जाएगी| छात्र संगठन आसू अन्य जातीय संगठनों के साथ भी इस सिलसिले में विचार-विमर्श करेगा|
इधर सिलापथार कांड के विरोध में आसू का आंदोलन और सत्याग्रह राज्यभर में जारी है| हर जगह असम समझौते को अविलंब लागू करने और 25 मार्च 1971 के बाद आए सभी बांग्लादेशियों को निकाल बाहर करने की मांग की गई है| छात्र संगठन ने वर्ष 2016 के नागरिकता संशोधन विधेयक को खारिज करने की मांग भी उठाई है| आसू नेताओं ने चेतावनी दी है कि असम समझौते का पूर्ण रूप से क्रियान्वयन नहीं हुआ तो राज्यभर में आंदोलन और तेज होगा|
शुक्रवार को आसू के सत्याग्रह में बहुत बड़ी संख्या में विभिन्न समुदायों के लोगों ने भाग लिया| आसू के मुख्य सलाहकार डॉ. समुज्ज्वल कुमार भट्टाचार्य, अध्यक्ष दीपांक कुमार नाथ और महासचिव लुरिन ज्योति गोगोई की अगुवाई में महिला संगठन, कर्मचारी संगठन, जातीय संगठन, विभिन्न जनगोष्ठीय संगठन आदि के लोगों के अलावा विद्यार्थी और युवा इस सत्याग्रह में शामिल थे|
आसू नेताओं के मुताबिक जब तक छात्र संगठन की मांगें पूरी नहीं होती तब तक उनका संघर्ष चलता रहेगा| सिलापथार कांड के मुख्य आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करना ही होगा| हिंदू बांग्लादेशियों का बोझ असम सहन नहीं करेगा| नागरिकता संशोधन विधेयक ख़ारिज करना ही होगा|