अशोक चक्र से देश ने किया शहीद हंगपन दादा का सम्मान

नई दिल्ली
अरुणाचल प्रदेश के शहीद हवलदार हंगपन दादा को गणतंत्र दिवस पर मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया. शहीद हंगपन दादा की पत्नी चासेन लोवांग दादा ने नम आंखों के साथ राष्टप्रति प्रणब मुखर्जी के हाथों यह सम्मान ग्रहण किया. दादा को यह सम्मान उनके अदम्य साहस, वीरता और बलिदान के लिए दिया गया.
हंगपन दादा की शहादत की कहानी –
तारीख था 26 मई 2016 …… हंगपन दादा को सूचित किया गया कि कुपवाड़ा जिले के नौगाम सेक्टर में मीरा नार से साबू की तरफ चार आतंकियों की ‘हरकत’ देखी गई है. दादा को उनकी टीम के साथ मीरा नार की तरफ से निकल भागने वाले रूट को ब्लॉक करने को कहा गया. इसके बाद आतंकियों पर फायरिंग की गई. दादा आगे बढ़े और उन्होंने छिपे एक आतंकी को ढेर कर दिया. इसके बाद दादा ने अपने साथी से कहा कि मैं आगे जाता हूं, तुम मुझे सपोर्ट फायर देना. इसके बाद उन्होंने आगे बढ़ते हुए दूसरे आतंकी को भी खत्म कर दिया. इसके बाद टीमें दो टोली में बंट गई. इनमें एक हंगपन दादा की टोली थी. हवलदार दादा ने सबसे पहले लीड करते हुए तीसरे आतंकी को सामने से मार गिराया. लेकिन जब वे और आगे बढ़े तो चौथे आतंकी ने उन्हें पेट में गोली मार दी. थोड़ी देर बाद वे पेट पकड़कर दोबारा हिम्मत जुटाते हुए दोबारा खड़े होने की कोशिश की, लेकिन उन्हें दोबारा आतंकी की गोली लगी. उनकी इस कार्रवाई से चौथे आतंकी को भी ढेर कर दिया गया.