अमित शाह ने त्रिपुरा में फूंका चुनावी बिगुल , कहा कमल खिल कर रहेगा
अगरतला
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में चुनावी बिगुल फूंकते हुए कहा कि राज्य में कमल खिल कर रहेगा और अब यहाँ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) की सरकार की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है क्योंकि इस बार के चुनाव के बाद यहाँ बीजेपी की सरकार बनने जा रही है.
बता दें कि त्रिपुरा में इसी वर्ष मार्च में विधान सभा चुनाव होना है और पार्टी की ओर से अमित शाह चनाव प्रचार अभियान की अगवाई कर रहे हैं.
अगरतला में एक चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि, बीजेपी मार्च में राज्य में सरकार बनाएगी और उस के बाद भ्रष्टाचारियों की खैर नहीं. अगर वह जमीन के अंदर भी छिपे होंगे तब बीजेपी उन्हें जमीन खोद कर बाहर निकालेगी.
राज्य के मुख्यमंत्री माणिक सरकार पर आरोप लगाते हुए अमित शाह ने कहा कि राज्य में पिछले 25 सालों के दौरान कुछ नहीं किया गया. उन्होंने कहा, ‘राज्य में 7 लाख से अधिक लोग बेरोजगार हैं जबकि राज्य की कुल आबादी 37 लाख ही है. स्वास्थ्य सुविधाओं की हालत बदतर है.
शाह ने कहा, ‘मैं माणिक सरकार को बताना चाहता हूं कि बीजेपी हिंसा के सामने घुटने नहीं टेकेगी. आप जितनी भी हिंसा फैलाएंगे, कमल उतनी ही जल्दी खिलेगा.’
बता दें कि त्रिपुरा में पिछले विधानसभा में बीजेपी को एक भी सीटें नहीं मिली थी. राज्य में 1998 से लगातार सीपीएम सत्ता में है.
हालांकि अभी त्रिपुरा विधानसभा के चुनाव घोषित नहीं हुए हैं। पर संभावना है कि चुनावी कार्यक्रम इसी माह घोषित होगा और फरवरी में चुनाव कराए जा सकते हैं। कारण, मार्च में विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होने वाला है।
इस बीच यह भी चर्चा आम है कि शायद चुनाव टाले जाएं। राज्य में सबसे मजबूत विपक्ष के तौर पर उभरी भाजपा भी अंदरखाने यही चाहती है। इसकी दो बजहें बताई जा रही हैं। पहली तो यह कि माणिक सरकार के नेतृत्व वाली माकपा सरकार ने बड़े पैमाने पर मतदाता सूची में धांधली करवाई है। इसमें बड़ी संख्या में बोगस मतदाता जोड़े हैं। दूसरी बात यह बताई जा रही है कि माकपा का कैडर हार की आशंका से हिंसक हो उठा है। राज्य में जहां तहां से हिंसक झड़पों की खबर आ रही है। इसलिए भाजपा चाहती है कि चुनाव राष्ट्रपति शासन के अन्तर्गत हों या कई चरणों में हों।