आम्सू और दलगांव पुलिस की तत्परता से रुका बाल विवाह
मंगलदै
अखिल असम अल्पसंख्यक छात्र संघ(आम्सू) और दलगांव पुलिस की तत्परता से एक बाल-विवाह को समय रहते रोक दिया गया| दलगांव खूटी गाँव में कक्षा 9 की एक छात्रा का उसके माता-पिता विवाह करवाने पर तुले थे| लेकिन किसी तरह उन्हें समझा-बुझाकर विवाह को बंद करवा दिया गया|
रविवार की शाम करीब 7 बजे आम्सू महासचिव आईनुद्दीन अहमद के नेतृत्व में आम्सू का एक दल दलगांव खूटी गाँव के निवासी हबीबुर रहमान के घर पहुंचा और उनकी बेटी का विवाह बंद करने का आग्रह किया| उन्होंने लड़की के माता-पिता को समझाया कि बाल विवाह एक सामाजिक बुराई है और उसके क्या दुष्प्रभाव हो सकते है|
विवाहस्थल पर दलगांव थाना प्रभारी हरिचरण पाठक ने भी पहुंचकर उपस्थित कन्या पक्ष को समझाने का प्रयास किया| इसी बीच पास के गाँव से लड़के के पिता को भी बुलाया गया| इसके बाद वर-वधु दोनों पक्षों को समाज के सामने समझाया गया| दोनों परिवारों में यह समझौता हुआ कि लड़का-लड़की दोनों के बालिग होने पर ही अब उनका विवाह किया जाएगा|
इस संबंध में आम्सू महासचिव आईनुद्दीन अहमद ने कहा कि पिछले एक महीने में आम्सू ने अल्पसंख्यक समाज के बीच मात्र दरंग जिले में ही लगभग 25 बाल-विवाह बंद करने में सक्षम हुआ है| उन्होंने कहा कि यह आंदोलन पुरे राज्य में चलाया जाएगा|