गुवाहाटी गौशाला में श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ
गुवाहाटी
श्रीराम कथा सत्संग समिति गुवाहाटी द्वारा गुवाहाटी गौशाला में आयोजित सात दिवसीय श्रीराम कथा अज्ञान यज्ञ का आज से शुभारंभ हुआ I इस औसर पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री चंद्रमोहन पटवारी ने श्रीराम कथा श्रवण को परम सौभाग्य की बात बताते हुए कहा कि ऐसा सुनहरा मौका भगवान की कृपा से ही मिलता है।
श्री पटवारी वृंदावन गार्डेन में श्रीराम कथा सत्संग समिति गुवाहाटी के तत्वावधान में आयोजित ‘श्रीराम कथा के उदूघाटन समारोह को बतोर मुख्य अतिधि संबोधित कर रहे थे।
श्री गोहाटी गोशाला को धार्मिक कथाओं की पावन भूति बताते हुए उन्होंने कहा कि भक्ति, भक्त और भगवान के बीच सेतु का काम करती है। भक्ति में यदि समर्पण नहीं है तो भक्त और भगवान के बीच की दूरी को पाटना मुश्किल । उन्होंने कहा कि भगवान बैकुंठ अथवा मंदिर में नहीं बिराजते। वे तो उन भवनों के हृदय में निवास करते है जो हमेशा भगवान के भजन-कीर्तन में लगे रहते है।
समारोह के विशिष्ट अतिधि सांसद रमेन डेका ने रामायण और महाभारत को हर भारतीय के जीवन का एक विशेष हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि हम चाहे जितनी बार भी रामायण महाभारत का पाठ क्यों न कर ले इनको पढ़ने की इच्छा कमी खत्म नहीं होती।
श्रीराम कथा सत्संग समिति गुवाहाटी के अध्यक्ष माणिक चंद जालान ने अपने स्वागत संबोधन में श्री राम कथा को पावनी गंगा बताया। श्री जालान ने कहा कि गंगा सिर्फ चार राज्यों से होकर बहती है लेकिन इस पावनी गंगा में तो कोई भी विश्व के किसी हिस्से से भी डूबफी लगा सकता है।
मुख्य यजमान विजय कुमार जसरासरिया ने अपने संक्षिप्त संबोधन में श्री राम को भारत की आत्मा बताया और कहा कि देश में आज प्रसंग में उन्होंने दीदी मा के प्रकल्पों पर भी प्रकाश डाला ।
श्री राम कथा सत्संग समिति, गुवाहाटी के सह मंत्री रमेश चांडक के संचालन में संपन्न उदूघाटन समारोह को अतिथियों के दीप प्रज्जवलित कर गोते प्रदान की। इससे पूर्व यजमान परिवार द्वारा व्यासपीठ का पूजन एवं दीदी मा का स्वागाअधिनदन किया गया ।
आयोजन समिति के मंत्री अशोक धानुका ने बताया कि विशेष रूप से निर्मित पंडाल में कुर्सियों पर बैठने की सुंदर व्यवस्था की गयी है। इसके अलावा श्रोता-दर्शकों को दीदी मा के सुलभ दर्शन हो सके, इसके लिए पंडाल के अंदर जगह-जगह बड़ी स्क्रीन लगाई गर्व है। श्रीराम कथा के आज पहले दिन बडी संख्या में गणमान्य लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।