असम सरकार के पास बाढ़ से निपटने के लिए पर्याप्त धन – हिमंत
गुवाहाटी
वित्त मंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा है कि राज्य में बाढ़ जैसी आपदा से निपटने के लिए सरकार के पास न तो धन की कोई कमी है और न ही नीयत में कोई खोट| अभी भी 3-4 सौ करोड़ रुपए सरकार के पास मौजूद हैं| यहाँ तक कि बाढ़ की संभावना के मद्देनजर इसके आने से पहले ही सरकार ने जिला उपायुक्तों को प्रारम्भिक तौर पर राशि भेज दी थी|
उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के बचाव एवं राहत कार्य के लिए संबंधित जिला उपायुक्तों को सरकारी राशि खर्च करने की छूट दी गई है| बशर्तें खर्च का सही नतीजा सामने दिखे|
हिमंत ने कहा कि मीडिया में उन लोगों की शिकायतों को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है, जहाँ राहत सामग्री विभिन्न कारणों से नहीं पहुँच पाई है| राहत एवं बचाव कार्य के लिए बाढ़ प्रभावित जिलों के उपायुक्तों को कड़ा निर्देश दिया गया है की अंदरूनी इलाकों में बाढ़ के बीच फंसे पीड़ितों के पास भी सरकारी राहत सामग्री पहुंचाई जाए|
उन्होंने बताया कि इस बार की बाढ़ में अब तक कुल 29 जिले प्रभावित हुए हैं| 114 राजस्व सर्किलों के तहत 3951 गाँव के 25,02,251 लोग बाढ़ की चपेट में आए हैं| अब तक राज्य में कुल 52 लोग मारे गए हैं| इनमें से 41 मृतकों के परिजनों को सरकार की ओर से 4 लाख रुपए की एकमुश्त सहायता राशि दी जा चुकी है तथा शेष 11 के परिजनों को रविवार तक यह राशि दी जाएगी| इसके अलावा 1,96,700.93 हेक्टेयर कृषि भूमि बाढ़ की चपेट में आई है| 320 राहत शिविरों की स्थापना की गई है जहाँ 1,21883 लोग रह रहे हैं| 711 राहत सामग्री वितरण केंद्रों की स्थापना की गई है तथा इसकी संख्या में और वृद्धि करने का निर्देश दिया गया है|
वित्त मंत्री ने बताया कि बाढ़ उतरने के बाद संभावित बिमारी एवं स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के मद्देनजर भी सरकार ने प्रतिरोधात्मक पहल शुरू कर दी है| सरकारी, गैर सरकारी अस्पताल, चिकित्सा संस्थान, नर्सिंग होम, चिकित्सक, नर्स आदि सभी से बाढ़ के बाद होनेवाली स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से प्रभावितों को निजात दिलाने के लिए एकजुट होकर प्रयास करने का अनुरोध किया गया है तथा उनके सहयोग की कामना करते हुए 17 जुलाई को एक बैठक भी बुलाई गई है|