ममता बनर्जी ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से माँगा इस्तीफा
कोलकाता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नोटबंदी के मुद्दे को ले कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस्तीफे की मांग की और भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली या गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एक ‘‘राष्ट्रीय सरकार’ बनाने की बात कही है.
ममता बनर्जी ने ‘‘देश को नरेंद्र मोदी से बचाने की खातिर’ राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से दखल देने की भी मांग की. प्रधानमंत्री पद के लिए आडवाणी, जेटली और राजनाथ के नाम सुझाते हुए उन्होंने कहा कि वक्त आ चुका है कि राष्ट्रपति दखल दें और देश को बचाएं. उन्हों ने कहा कि मोदी देश की अगुवाई नहीं कर सकते. उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. राष्ट्रीय सरकार बननी चाहिए.
शुक्रवार को टाउन हॉल में राज्य सरकार के मंत्रियां व विभागीय अधिकारियों के साथ प्रशासनिक बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी विपक्षी पार्टियों को अपने मतभेद भुलाकर देश बचाने के लिए साथ आना चाहिए.
ममता बनर्जी ने साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि वह भाजपा के सभी नेताओं के खिलाफ नहीं हैं. भाजपा में और भी नेता हैं, जो प्रधानमंत्री बन सकते हैं. लालकृष्ण आडवाणी हो या राजनाथ सिंह या अरुण जेटली, इनमें से भी किसी को प्रधानमंत्री बनाने पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है.
ममता बनर्जी ने कहा कि नोटबंदी के फैसले से राज्य सरकार के राजस्व को भी धक्का पहुंचा है. सिर्फ बंगाल में नोटबंदी से सरकार के राजस्व में 5500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. इस संबंध में उनकी सरकार ने सर्वे भी किया कराया है, जिससे चौंकाने वाले रिपोर्ट सामने आये हैं. रिपोर्ट का खुलासा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नोटबंदी के फैसले से बंगाल में 1.70 करोड़ लोगों की नौकरी पर समस्याओं का पहाड़ टूट पड़ा है, जबकि 81.5 लाख इस फैसले के बाद से बेरोजगार हो गये हैं. साथ ही नोटबंदी से आनेवाले समय में बुरा प्रभाव पड़ेगा और देश में महंगाई भी बढ़ेगी. अभी से ही कई सामानों की कीमतों में वृद्धि हो चुकी है, जो फिलहाल थमनेवाला नहीं है.