कोकराझाड़ – डायन प्रथा का शिकार दंपत्ति, गाँव से बाहर निकाला
कोकराझाड़
डायन प्रथा से आज भी समाज मुक्त नहीं हो पाया है| पिछले दिनों डायन के संदेह में कोकराझाड़ के डाबरगाँव के एक दंपत्ति को गाँव से निकाल दिया गया| कोकराझाड़ थाना अंतर्गत डाबरगाँव निवासी दीपू ब्रह्म और उसकी पत्नी नाशी ब्रह्म को डायन होने के संदेह में गाँववालों ने मिलकर गाँव से बाहर निकाल दिया|
पीड़ित परिवार ने मीडिया को बताया कि पिछले 22 अक्टूबर को गाँववालों ने सभा बुलाकर दोनों पर डायन होने का आरोप लगाया और गाँव से बाहर जाने का फैसला सुना दिया| उपाय विहीन होकर दीपू और उसकी पत्नी ने अपनी छोटी बच्ची के साथ नायकगाँव आंचलिक आब्सू के कार्यालय में आश्रय लिया| उसके बाद इस घटना की शिकायत कोकराझाड़ थाने में की गई|
पुलिस ने मामले के सिलसिले में गाँव के ग्राम प्रमुख वकील बोड़ो, केटा बोड़ो और नावांग बोड़ो को गिरफ्तार किया है| इस घटना को लेकर आब्सू, बोड़ो समाज, बीपीएफ, बोड़ो महिला कल्याण फेडरेशन और विभिन्न दलों ने एक सभा का आयोजन किया और लोगों से इस प्रकार के अंधविश्वास से बाहर आने का आह्वान किया| अंत में गाँव वालों ने अपनी गलती स्वीकारी और पीड़ित परिवार से गाँव वापस आने की अपील की|