राशनबंदी के खिलाफ सड़क पर उतरे चाय श्रमिक
जोरहाट
केंद्र सरकार द्वारा आगामी 21 जनवरी से राज्य के चाय बागानों में राशनबंदी के फैसले से बागानों में विरोध की लहरें उठ रही है| केंद्र के सस्ता राशन देने की व्यवस्था को खत्म करने के फैसले के बाद विरोध में गुरुवार को हजारों श्रमिक सड़क पर उतर आए| विरोध रैलियां निकाली गई| सरकार विरोधी नारेबाजी की गई| डिकम, लाहोवाल आदि में दो घंटे तक सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया गया|
बागान के कुछ श्रमिकों ने एटीएम के बजाए पहले की तरह नकदी में मजदूरी के भुगतान की मांग की| असम चाय मजदूर संघ ने कहा है कि अगर सरकार ने राशनबंदी का फैसला वापस नहीं लिया तो संगठन इसके खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ेगा|
डिकम में स्थानीय नाहरतली चाय बागान समेत हेजेलबैंक व मदारखाट चाय बागान से आए सैकड़ों मजदूरों ने एक रैली निकाली| जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग – 37 को दो घंटे के लिए पूरी तरह बंद कर दिया| बाद में श्रमिक नेता व पूर्व सांसद पवन सिंह घटवार मौके पर पहुंचे| मोदी व सोनोवाल सरकार के खिलाफ नारेबाजी तथा सरकार से श्रमिक विरोधी नीतियों को बंद करने की मांग के बाद घटवार ने सड़क अवरोध खत्म करने की अपील की|
इधर असम चाय मजदूर संघ की मोरान शाखा के नेतृत्व में भी हजारों श्रमिकों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया| इस दौरान शाखा सचिव लखेश्वर तांती ने सरकार ने निर्णय नहीं बदला तो आने वाले दिनों में और आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दी|
इसी तरह गोलाघाट, तिताबर, मार्घेरिटा, नुमलीगढ़ आदि इलाकों में भी चाय श्रमिकों ने विरोध रैलियां निकाली| साथ ही सरकार से राशनबंदी के फैसले को वापस लेने की मांग की|