सोनोवाल मंत्रिमंडल का विस्तार, मंत्रियों के काम-काज का होगा हिसाब
गुवाहाटी
सोनोवाल मंत्रिमंडल का विस्तार अब मंत्रियों के काम-काज के हिसाब के बाद ही होगा| असम विधानसभा के बजट सत्र के बाद राज्य के मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के पास जाएगा| वे इस बात की जांच करेंगे कि किस मंत्री ने कैसा काम किया है| उसके बाद ही मंत्रिमंडल का विस्तार होगा|
काम के आधार पर केंद्रीय नेतृत्व संबंधित मंत्री को उसके विभाग में बनाए रखने या हटाने की सलाह मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल को देगा|
दूसरी तरफ राज्य सरकार के मंत्रियों के काम-काज पर संघ भी पैनी नजर बनाए हुए है और संघ की ओर से भी रिपोर्ट तैयार की जा रही है| खबर है कि कई मंत्रियों की निष्क्रियता से संघ नाराज है और ऐसे मंत्रियों का विभाग बदला जा सकता है| सूत्रों के अनुसार संघ की ओर से मंत्रिमंडल के विस्तार के लिए एक सूची भी पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को दी गई है, जिसमें सभी वर्ग और समुदाय के लोगों का प्रतिनिधित्व सरकार में हो इसका ख्याल रखा गया है|
हालांकि पार्टी नेताओं का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार के लिए अंतिम निर्णय लेने का कार्य मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, वित्त मंत्री हिमंत विश्व शर्मा और पार्टी के राष्ट्रीय महा सचिव राम माधव को पार्टी नेतृत्व ने सौंपा था, लेकिन इन तीनों में सहमती नहीं बन रही है कि किस विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाए और किसे छोड़ दिया जाए| इसलिए अब इस पर निर्णय पार्टी अध्यक्ष अमित शाह 11 मार्च के बाद लेंगे|