सिक्किम में बर्फ़बारी जारी, कई पर्यटन स्थलों के रास्ते बंद
गंगटोक
सिक्किम में दो दिनों से लगातार बर्फबारी जारी रहने के कारण पूरा सिक्किम बर्फ के सफ़ेद चादर से ढक गया है. बर्फबारी के कारण कई पर्यटन स्थलों को जाने वाले रास्ते भी बंद पड़े हैं. भारी बर्फबारी से पहाड़ का जीवन तो अस्त-व्यस्त हुआ ही है साथ ही मज़ा उठाने पहुंचे पर्यटकों को भी मायूसी का सामना करना पड़ रहा है और वह भी होटलों में बंद रहने पर मजबूर हैं.
पूर्व सिक्किम के चर्चित पर्यटकीय स्थल छांगु से आगे बाबा हरभजन सिंह मंदिर, चीनी सीमा से सटा नाथुला पास के भ्रमण के लिए पर्यटक नहीं जा सक रहे हैं. वहीं, उत्तर सिक्किम के लाचुंग और युमथांग में बर्फबारी के कारण पर्यटक जीरो पोइंट और युमथांग भ्रमण के लिए नहीं जा सके. भारी बर्फबारी के कारण इलाके से जुड़ने वाली सड़कों पर यातायात बाधित हो गयी हैं.
स्थानीय पर्यटन व्यवसायी सोनाम नोर्गे लाचुंगपा ने बताया कि रविवार दोपहर से हल्की बर्फबारी हुई जिससे इलाके में ठंड बढ़ गयी है. हालांकि अभी बर्फ जमकर इलाके के पूरी तरह से ढकनेवाली स्थिति नहीं है.
बर्फ अधिक होने के कारण जवाहरलाल नेहरू रोड पूर्ण रूप से बर्फ से ढक गया है. इससे के आम यात्रियों के वाहन अलावा सेना की कानवाई भी नहीं चल सके.
सेरेथांग पुलिस चेकपोस्ट के सूत्रों के मुताबिक, रविवार शाम छह-सात इनोवा वाहन बर्फ में फसे थे, लेकिन पुलिसकर्मियों ने थाना प्रभारी नवीन राई के नेतृत्व में उन्हें सुरक्षित ढंग से गंगटोक पहुंचाया.
छांगु तक लगभग 450 वाहन छांगु के लिए परमिट ले कर गये थे. लेकिन अगर बर्फबारी जारी रही तो फिर पर्यटक छांगु तक भी नहीं जा सकेंगे.
इस साल पहली बार व्यापक पैमाने पर हिमाली गांव नाथांग और जलुक में बर्फबारी हुई. जलुक के होम स्टे संचालक सूरज प्रधान ने बताया कि इलाके में पहली बार व्यापक पैमाने पर बर्फबारी हुई. इससे जलुक आये पर्यटकों में काफी उत्साह है. जलुक के सभी होम स्टे पर्यटकों से भरे हैं. ऐसे में बर्फबारी की जानकारी मिलते ही पर्यटकों के आगमन में बढ़ोत्तरी होने की आशा की जा रही है.