Sikkim: SKM ने SDF नेताओं और कार्यकर्ताओं से उत्पीड़न के डर से सिक्किम न छोड़ने का किया आग्रह
एसडीएफ SDF केवल एक सीट जीत पाई और यहां तक कि इसके पार्टी सुप्रीमो और पांच बार के पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग pawan kumar chamling भी दोनों सीटों पर चुनाव हार गए।
गंगटोक- सोशल मीडिया पर पोस्ट में दावा किया गया कि विधानसभा चुनाव में हार के बाद हतोत्साहित SDF नेता और कार्यकर्ता सिक्किम Sikkim छोड़कर भाग रहे हैं, क्योंकि उन्हें चुनाव के बाद की हिंसा में सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किए जाने का डर है। इसके बाद सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM ) ने सोमवार को उनसे यहीं रहने का आग्रह किया और सभी के लिए शांति और सुरक्षा का वादा किया।
सकम SKM ने 32 विधानसभा सीटों में से 31 पर जीत हासिल की, जिसके नतीजे रविवार को घोषित किए गए। एसडीएफ SDF केवल एक सीट जीत पाई और यहां तक कि इसके पार्टी सुप्रीमो और पांच बार के पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग pawan kumar chamling भी दोनों सीटों पर चुनाव हार गए।
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एस.के.एम. के प्रवक्ता जैकब खालिंग ने एक बयान में कहा, “एस.डी.एफ. पार्टी के सम्मानित नेताओं और समर्थकों, हमें पता चला है कि आप में से कई लोग संभावित हमलों के डर से सिक्किम छोड़ चुके हैं।
हम इस बात पर ज़ोर देना चाहते हैं कि एस.के.एम., जो कभी ऐसी हिंसा का शिकार हुआ था, इन जघन्य कृत्यों से होने वाले दर्द को गहराई से समझता है। हमारी नीति किसी भी तरह की हिंसा में शामिल होने के सख्त खिलाफ़ है।”
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को सिक्किम में किसी भी तरह की असामाजिक गतिविधियों से दूर रहने का सख्त निर्देश दिया है।
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खालिंग ने कहा, “हमने अपने प्यारे राज्य में शांति और सद्भाव बनाए रखने की कसम खाई है।” उन्होंने एस.डी.एफ. कार्यकर्ताओं और नेताओं से राज्य छोड़कर भाग जाने का आग्रह किया।
एस.के.एम. नेता ने कहा कि मुख्य विपक्षी दल को जनता से जुड़ना जारी रखना चाहिए और सिक्किम के लोगों की बेहतरी में योगदान देने के लिए सार्वजनिक कार्य जारी रखना चाहिए।
यहां तक कि मुख्यमंत्री ने भी कुछ दिन पहले जारी एक बयान में एस.के.एम. के दूसरे कार्यकाल के दौरान सिक्किम में शांति और सुरक्षा की वकालत की थी। इस घटनाक्रम पर टिप्पणी के लिए एस.डी.एफ. नेताओं से संपर्क नहीं हो सका।