गुवाहाटी
शहर के रॉयल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहकर शिक्षा मंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने इसे एक सुनहरी शुरुआत बताया| उन्होंने भरोसा जताया कि अगले दस साल में रॉयल ग्लोबल यूनिवर्सिटी दक्षिण एशियाई देशों के ज्ञान का प्रमुख केंद्र बनेगा|
बुधवार को शहर के रॉयल ग्लोबल स्कूल के दो दिवसीय उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेकर शिक्षा मंत्री ने बताया कि आरजीयू से जुड़े अशोक पंसारी की शिक्षादान के प्रति प्रतिबद्धता को देखते हुए इसकी स्थापना के विधेयक को उन्होंने ही विधानसभा में पेश किया था|
हिमंत ने कहा कि असम का उच्च शिक्षा क्षेत्र पिछले 7-8 सालों में काफी समृद्ध हुआ है| पहले सिर्फ 3 मेडिकल कॉलेज थे अब 6 है तथा 6 नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की प्रक्रिया चल रही है| इसके अलावा आईआईटी, केंद्रीय विश्वविद्यालय, 17 इंजीनियरिंग कॉलेज, टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंस, आईआईआईटी आदि की स्थापना असम में हो गई है| उन्होंने उम्मीद जताई कि असम दक्षिणी एशियाई देशों का मेडिकल पर्यटन, उच्च शिक्षा का केंद्र और वाणिज्य का भी प्रमुख केंद्र बनेगा|
हिमंत ने इस बात पर बल दिया कि अगले दस साल में देश के भीतर असम को हर मामले में अव्वल होना होगा| उच्च शिक्षा के जरिए इस लक्ष्य तक राज्य को कैसे पहुँचाया जाए, इसके लिए आरजीयू सहित अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों को अधिक ध्यान केंद्रित करने की जरुरत है| उन्होंने कहा कि आरजीयू को असम के शिक्षा क्षेत्र में नवजागरण का केंद्र बनना होगा|
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आरजीयू के दो दिवसीय उद्घाटन समारोह के पहले दिन बुधवार को आरजीयू – 2017 के पहले अभिसंस्करण कार्यक्रम का शुभारंभ राज्य गीत की धुन के साथ हुआ| इसके बाद बालाजी मंदिर के पुजारियों के मंत्रोच्चार के बीच मुख्य अतिथि तथा राज्य के शिक्षा मंत्री हिमंत विश्व शर्मा और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने आमंत्रित अतिथियों की उपस्थिति में विधिवत दीप प्रज्ज्वलित किया|
इस दौरान आरजीयू के तहत विभिन्न शिक्षा संस्थानों के बारे में एक वीडियो क्लिपिंग का भी प्रदर्शन किया गया| आरजीयू के विद्यार्थियों द्वारा प्रदर्शित बिहू नृत्य और अन्य एक नृत्य आधारित कार्यक्रम ने समा बाँध दिया|
उद्घाटन समारोह के दूसरे दिन आज सुबह 11 बजे से डी रॉयल आडिटोरियो आरंभ होगा|