महाविद्यालयों को आवंटित राशि के सदुपयोग पर पुनरीक्षण बैठक, शिक्षा विभाग का कड़ा रुख
गुवाहाटी
राज्य के महाविद्यालयों को आवंटित राशि के सदुपयोग पर शिक्षा विभाग ने कड़ा रुख अपनाया है| शिक्षा मंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने घोषणा की है कि जो महाविद्यालय समय पर इस राशि का सदुपयोग नहीं करेगा उसके शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी|
रविवार को 89 महाविद्यालयों को आवंटित राशि के संदर्भ में आयोजित एक पुनरीक्षण बैठक में हिस्सा लेकर शिक्षा मंत्री ने कहा कि आवंटित राशि के इस्तमाल में किसी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी| महाविद्यालयों के ढांचागत विकास के लिए इस राशि का सही समय पर सही इस्तमाल करना होगा| मंत्री ने चेतावनी दी कि आगामी 30 नवंबर के भीतर राशि के सदुपयोग का प्रमाण पत्र नहीं दे पाने पर शिक्षकों का वेतन बंद कर दिया जाएगा|
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के अधीन असम के अधिकाँश महाविद्यालयों को 2 से 5 करोड़ रुपए प्रदान किए गए हैं| लेकिन अधिकाँश महाविद्यालय ही इस राशि को व्यय नहीं कर पाए हैं|
महाविद्यालयों में पूंजी व्यय के संदर्भ में पुनरीक्षण के लिए रविवार को उच्च शिक्षा विभाग ने कॉटन विश्वविद्यालय में विशेष सभा का आयोजन किया| शिक्षा मंत्री ने 89 महाविद्यालयों के उपस्थित प्रतिनिधियों से पूंजी के इस्तमाल के संदर्भ में जवाब तलब किया|
बैठक के अंत में मंत्री ने पत्रकारों को बताया कि पुनरीक्षण बैठक के दौरान ही 39 महाविद्यालयों के ढांचागत विकास के लिए अतिरिक्त 1 करोड़ रुपए प्रदान किए गए है| यानी प्रत्येक महाविद्यालय को 3 करोड़ रुपए दिए गए हैं| आने वाले समय में शिक्षा विभाग अन्य महाविद्यालयों के साथ भी पूंजी के इस्तमाल के संदर्भ में पुनरीक्षण बैठक का आयोजन करेगा|